स्टेट ऑफ़ इंडिया एनवायरनमेंट वार्षिक रिपोर्ट
स्टेट ऑफ़ इंडिया एनवायरनमेंट वार्षिक रिपोर्ट, (Annual State of India’s Environment report) डाउन टू अर्थ पत्रिका द्वारा प्रकाशित किया गया है। यह वार्षिक रिपोर्ट केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव द्वारा 1 मार्च, 2022 को राजस्थान के निमली में “अनिल अग्रवाल डायलॉग 2022” के दौरान जारी किया गया।
- अनिल अग्रवाल डायलॉग दिल्ली स्थित गैर-लाभकारी, सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (CSE) द्वारा आयोजित मीडियाकर्मियों का एक राष्ट्रीय सम्मेलन है।
रिपोर्ट की मुख्य विशेषताएं
- रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत कम से कम 17 प्रमुख सरकारी लक्ष्यों प्राप्त करने के मामले में पीछे है जिन्हें 2022 तक पुरे किये जाने हैं। अब तक की गई धीमी प्रगति का मतलब है कि इन लक्ष्यों के समय पर पूरी होने की संभावना नहीं है।
- समग्र अर्थव्यवस्था का लक्ष्य 2022-23 तक सकल घरेलू उत्पाद को लगभग 4 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाना है। लेकिन 2020 तक अर्थव्यवस्था केवल 2.48 ट्रिलियन डॉलर (18 ट्रिलियन रुपये) तक ही बढ़ी है।
- रोजगार लक्ष्य के तहत वर्ष 2022-23 तक महिला श्रम शक्ति भागीदारी दर को कम से कम 30 प्रतिशत तक बढ़ाना है; यह जनवरी-मार्च 2020 में 17.3 प्रतिशत था।
- आवास क्षेत्र में, प्रधान मंत्री आवास योजना (पीएमएवाई)-ग्रामीण के तहत 29.5 मिलियन आवास इकाइयों और पीएमएवाई-शहरी के तहत 12 मिलियन इकाइयों का निर्माण करने का लक्ष्य है; ‘सभी के लिए आवास’ के अंतर्गत लक्ष्यों में से केवल लगभग 46.8 प्रतिशत और 38 प्रतिशत ही प्राप्त हुए हैं।
- वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने का लक्ष्य है। हालाँकि एक कृषि परिवार की औसत मासिक आय 6,426 रुपये से बढ़कर 10,218 रुपये हो गई है, यह वृद्धि बड़े पैमाने पर मजदूरी और पशुपालन आय में वृद्धि के कारण है।
- राष्ट्रीय वन नीति, 1988 में परिकल्पित के अनुसार, वनावरण का लक्ष्य इसे भौगोलिक क्षेत्र के 33.3 प्रतिशत तक बढ़ाना है। वर्ष 2019 तक, भारत का वन आवरण 21.67 प्रतिशत था।