सेबी ने क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ‘ब्रिकवर्क रेटिंग्स’ को कामकाज बंद करने का आदेश दिया

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने 6 अक्टूबर को देश में सात पंजीकृत क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों (CRAs) में से एक, ब्रिकवर्क रेटिंग्स इंडिया (Brickwork Ratings India) को अनियमितताओं के चलते मान्यता प्रमाण पत्र को रद्द कर दिया है।

सेबी ने ब्रिकवर्क को छह महीने के भीतर अपने ऑपरेशन्स को बंद करने और अपने ग्राहकों को इसके बारे में सूचित करने का निर्देश दिया है। इस अवधि के दौरान, ब्रिकवर्क किसी भी नए ग्राहक को नहीं जोड़ सकता है या नए आदेश नहीं ले सकता है।

यह पहली बार है जब सेबी ने किसी क्रेडिट रेटिंग एजेंसी (सीआरए) का लाइसेंस रद्द किया है।

आईएएस (सेवानिवृत्त) और कर्नाटक सरकार के पूर्व आईटी सचिव विवेक कुलकर्णी, रेटिंग फर्म के संस्थापक और प्रबंध निदेशक हैं। सेबी के पूर्व ईडी आरके नायर और सिडबी के पूर्व सीएमडी एन बालासुब्रमण्यम कंपनी के बोर्ड में शामिल हैं। संस्थापक और सीईओ संगीता कुलकर्णी भी बोर्ड में हैं।

वेबसाइट के मुताबिक केनरा बैंक इसका प्रमोटर और स्ट्रैटेजिक पार्टनर है।

ब्रिकवर्क को सेबी द्वारा वर्ष 2008 में पंजीकरण प्रदान किया गया था।

यह देश में संचालित SEBI-पंजीकृत सात क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों में से एक है। अन्य छह एजेंसियां हैं :

1. Acuite रेटिंग्स एंड रिसर्च लिमिटेड,

2. Crisil रेटिंग्स लिमिटेड,

3. ICRA लिमिटेड,

4. Care रेटिंग्स लिमिटेड,

5. इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च लिमिटेड,

6. Infomerics वैल्यूएशन एंड रेटिंग्स लिमिटेड।

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