सरमत (Sarmat): दुनिया की सबसे खतरनाक मिसाइल का रूस ने किया परीक्षण
रूस ने 21 अप्रैल, 2022 को अपनी नई इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) सरमत (Sarmat) का परीक्षण किया है। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि यह परीक्षण रूस के प्रति दुश्मनी रखने वालों को दो बार सोचना होगा।
- सरमत का नाम खानाबदोश जनजातियों के नाम पर रखा गया है जो प्रारंभिक मध्ययुगीन काल में वर्तमान दक्षिणी रूस, यूक्रेन और कजाकिस्तान में घूमते थे।
- ICMB सरमत का यह पहला परीक्षण था। पहले इसे वर्ष 2021 में परिक्षण किया जाना था। इसे लगभग 6,000 किमी दूर कामचटका प्रायद्वीप (Kamchatka peninsula ) में लक्षित लक्ष्य के साथ उत्तर पश्चिम रूस में प्लासेत्स्क से लॉन्च किया गया।
- RS-28 Sarmat (जिसे नाटो “शैतान-द्वितीय” कहता है) के बारे में बताया गया है कि वह दस या अधिक आयुध ले जाने में सक्षम है और 11,000 से 18,000 किमी की सीमा के साथ पृथ्वी के किसी भी ध्रुव पर फायरिंग करने की क्षमता रखता है।
- यह पश्चिमी शक्तियों, विशेष रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका के जमीन और उपग्रह-आधारित रडार ट्रैकिंग सिस्टम के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती पेश कर सकती है।
- यह दस वारहेड वाली मल्टीपल इंडिपेंडेंट-टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल है और प्रत्येक में .75 एमटी की ब्लास्ट यील्ड है। सरमत पहली रूसी मिसाइल भी होगी जो छोटे हाइपरसोनिक बूस्ट-ग्लाइड वाहनों को ले जा सकती है।
- यह मिसाइल एक बार में 15 ठिकानों पर परमाणु हमला करने में सक्षम है। इतना ही नहीं, इसे दुनिया की सबसे भारी-भरकम मिसाइलों में भी शुमार किया जाता है।
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