शैडोपैड-लद्दाख में बिजली लोड डिस्पैच पर साइबर हमले
अमेरिकी कम्पनी रिकॉर्डेड फ्यूचर इंक ने 6 अप्रैल को प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा है कि चीनी सरकार द्वारा कथित रूप से प्रायोजित चीनी हैकरों ने हाल के महीनों में साइबर-जासूसी अभियान के हिस्से के रूप में भारत में बिजली क्षेत्र पर साइबर हमले किये हैं।
- रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इनके द्वारा सात पावर ग्रिड परिसंपत्ति, राष्ट्रीय आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली और सितंबर 2021 से एक बहुराष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स कंपनी की एक भारतीय सहायक कंपनी को निशाना बनाया गया।
- रिकॉर्डेड फ्यूचर के अनुसार, TAG-38 (Threat Activity Group-38) नामक हैकिंग समूह ने शैडोपैड (ShadowPad) नामक एक प्रकार के दुर्भावनापूर्ण सॉफ़्टवेयर का उपयोग किया, जो पहले चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी और राज्य सुरक्षा मंत्रालय से जुड़ा था।
- हैकर्स ने उत्तर भारत में कम से कम सात “लोड डिस्पैच” केंद्रों पर ध्यान केंद्रित किया जो ग्रिड के लिए रियल टाइम संचालन के लिए जिम्मेदार हैं।
- भारत सरकार ने भी लद्दाख के पास बिजली वितरण केंद्रों पर चीनी हैकरों द्वारा कम से कम दो बार हमले के प्रयास की बात स्वीकार की गयी है लेकिन वे सफल नहीं हुए।
- विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने टिप्पणी की कि MEA को इन हमलों के बारे में वर्तमान में कोई जानकारी नहीं थी, लेकिन उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भारत के “क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर में पर्याप्त सुरक्षा तंत्र मौजूद हैं।”
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