वर्ष 2024 के बाद अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन छोड़ सकता है रूस

रूस सरकार द्वारा संचालित अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोसमोस के प्रमुख यूरी बोरिसोव ने 26 जुलाई को घोषणा की कि रूस वर्ष 2024 के अंत में अपना वर्तमान अनुबंध समाप्त होने के बाद अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (International Space Station: ISS) से हट जायेगा।

यह पहली बार नहीं है जब रोस्कोस्मोस ने 2024 के बाद ISS से हटने के अपने इरादे का संकेत दिया है। बोरिसोव के पूर्ववर्ती, दिमित्री रोगोज़िन ने जून 2021 में (और फिर अप्रैल और मई 2022 में) इसी तरह के दावे किए थे।

रूस ने अपने निर्णय के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा लगाए आर्थिक प्रतिबंधों का हवाला दिया है। बता दें कि फरवरी 2022 में यूक्रेन पर रुसी हमले के बाद से रूस पर पश्चिमी देशों के प्रतिबंध बढ़ते जा रहे हैं।

अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का पहला मॉड्यूल 1998 में लॉन्च किया गया था, और अंतरिक्ष यात्री नवंबर 2000 से वहां रह रहे हैं। यह स्टेशन यू.एस., रूस, कनाडा, यूरोप और जापान के बीच सहयोग का परिणाम है।

इस परियोजना से रूस का हटना अंतरिक्ष स्टेशन के भविष्य के संचालन को काफी जटिल कर सकती है।

ISS में दो परस्पर जुड़े हुए खंड हैं: एक नासा द्वारा संचालित है और दूसरा रूस द्वारा। नासा के सेक्शन में सौर पैनलों की एक कतार है जो स्टेशन के लिए अधिकांश ऊर्जा उत्पन्न करती है। वहीं रूसी सेक्शन अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन को समय-समय पर एक उच्च कक्षा में धकेलने और इसे पृथ्वी पर गिरने से रोकने के लिए प्रोपल्शन प्रदान करता है।

इस साल की शुरुआत में, नासा ने घोषणा की थी कि जनवरी 2031 तक अंतरिक्ष स्टेशन को निष्क्रिय कर दिया जायेगा जिससे यह प्रशांत महासागर के एक दूरस्थ कोने “प्वाइंट निमो” (Point Nemo) में गिर जायेगा।

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