वन हर्ब-वन स्टैंडर्ड: आयुष फार्माकोपिया के लिए समझौता ज्ञापन

फार्माकोपिया कमीशन फॉर इंडियन मेडिसिन एंड होम्योपैथी/PCIM&H (आयुष मंत्रालय) और इंडियन फार्माकोपिया कमीशन/IPC (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय) के बीच नई दिल्ली में “वन हर्ब, वन स्टैंडर्ड” (One Herb, One Standard) को बढ़ावा देने और सुगम बनाने हेतु अंतर-मंत्रालयी सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए।

इस समझौता ज्ञापन का प्राथमिक उद्देश्य सामंजस्यपूर्ण हर्बल दवा मानकों के विकास को सुविधाजनक बनाते हुए सार्वजनिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए PCIM&H और IPC के बीच सहयोगपूर्ण प्रयासों का विकास करना है।

फार्माकोपिया (pharmacopoeia) अनुमोदित फार्मास्युटिकल मानकों का एक आधिकारिक संग्रह है।

PCIM&H और IPC दोनों समान उद्देश्य के लिए काम कर रहे हैं, इसलिए “वन हर्ब – वन स्टैंडर्ड” को हासिल करने के लिए मानकों में सामंजस्य स्थापित करना उचित और सार्थक है।

यह समझौता ज्ञापन पारंपरिक चिकित्सा के मानकीकरण के क्षेत्र में सूचनाओं के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए व्यापक सहयोग को सुगम बनाएगा।

“वन हर्ब, वन स्टैंडर्ड” के तहत वर्गीकृत मोनोग्राफ के प्रकाशन का एकमात्र अधिकार केवल PCIM&H के पास होगा।

वर्तमान में इंडियन फार्माकोपिया (IP) की तुलना में आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी एवं होम्योपैथी फार्माकोपिया में विभिन्न मानकों के साथ-साथ विभिन्न विश्लेषणात्मक पद्धतियां प्रकाशित हैं। आयुष मंत्रालय “वन हर्ब – वन स्टैंडर्ड” पहल के माध्यम से इस अस्पष्टता को दूर करना चाहता है।

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