राष्‍ट्रपति ने 2025 तक टीबी उन्‍मूलन के लिए ‘प्रधानमंत्री टीबी मुक्‍त भारत अभियान’ प्रांरभ किया

राष्‍ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने 9 सितंबर को वर्ष 2025 तक टीबी का उन्‍मूलन करने के लिए ‘प्रधानमंत्री टीबी मुक्‍त भारत अभियान’ (Pradhan Mantri TB Mukt Bharat Abhiyaan) प्रांरभ किया। भारत ने इस अति संक्रामक बीमारी का वर्ष 2030 तक उन्‍मूलन करने के वैश्विक लक्ष्य से पांच साल पहले 2025 तक उन्‍मूलन करने का लक्ष्य निर्धारित किया।

नि-क्षय 2.0 पोर्टल

नि-क्षय 2.0 पोर्टल टीबी रोगियों के उपचार के परिणामों में सुधार लाने, 2025 तक टीबी उन्‍मूलन की भारत की प्रतिबद्धता को पूरा करने में समुदाय की भागीदारी बढ़ाने और कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) के अवसरों का लाभ उठाने के लिए अतिरिक्त रोगी सहायता प्रदान करेगा।

नि-क्षय पोर्टल में लगभग 13.5 लाख टीबी रोगी पंजीकृत हैं, जिनमें से 8.9 लाख सक्रिय टीबी रोगियों ने एडॉप्‍शन के लिए अपनी सहमति दे दी है।

डिजिटल पोर्टल नि-क्षय टीबी रोगियों को सामुदायिक सहायता के लिए एक मंच प्रदान करेगा।

नि-क्षय पोषण योजना

नि-क्षय पोषण योजना जैसी सहायता योजना टीबी का इलाज कराने वालों को पोषण सहायता के रूप में डीबीटी के माध्यम से 500 रुपये प्रदान करती है।

नि-क्षय पोषण योजना (Ni-kshay Poshan Yojana) जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं सहित कई दूरंदेशी नीतियों को लागू किया गया है, जिससे टीबी रोगियों, विशेष रूप से वंचित लोगों की पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद मिली है।

राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम (NTEP)

अभियान का प्रारंभ करने वाले इस वर्चुअल कार्यक्रम में दर्शाया गया कि राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम (National TB Elimination Programme: NTEP) के माध्यम से उच्चतम स्तरों पर प्रतिबद्धता के कारण भारत की त्वरित प्रगति हुई।

राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम (NTEP), जिसे पहले संशोधित राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम (RNTCP) के रूप में जाना जाता था, का लक्ष्य भारत में टीबी के बोझ को सतत विकास लक्ष्यों से पांच साल पहले 2025 तक रणनीतिक रूप से कम करना है।

भारत से 2025 तक टीबी उन्‍मूलन करने के भारत सरकार के उद्देश्य पर जोर देने के लिए 2020 में RNTCP का नाम बदलकर राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम (NTEP) कर दिया गया।

टीबी के जिन रोगियों का निदान हो चुका है, उनके लिए यूनिवर्सल ड्रग ससेप्टिबिलिटी टेस्टिंग (Universal Drug Susceptibility Testing: UDST) के आधार पर कार्यक्रम ने देश भर में 2021 तक 3,760 एनएएटी मशीनों को जोड़ा।

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