पश्चिम मध्य रेलवे ने डुअल-मोड लोकोमोटिव ‘नवदूत’ विकसित किया
देश में ई-बाइक, ई-कार और ई-बस के बाद अब ई-ट्रेन का सपना भी साकार होने जा रहा है। पश्चिम मध्य रेलवे (West Central Railway) ने नवदूत (Navdoot) नाम से बैटरी से चलने वाला डुअल-मोड लोकोमोटिव (dual-mode locomotive) विकसित किया है।
डुअल-मोड लोकोमोटिव
यह इंजन दोनों मोड यानी बैटरी और बिजली पर चलता है। वर्तमान में इसका प्रयोग ट्रायल आधार पर जबलपुर, मुदवाड़ा और अन्य स्टेशनों पर ट्रेनों के शंटिंग के दौरान किया जा रहा है।
यह ई-इंजन (e-engine) 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 18 कोच खींच सकता है। इसमें 84 बैटरियां हैं और वर्तमान में इसकी क्षमता 400 टन खींचने की है।
न्यू कटनी जंक्शन
पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राहुल जयपुरिया के अनुसार यह इनोवेशन न्यू कटनी जंक्शन के विद्युत विभाग द्वारा किया गया है।
बेस्ट इनोवेशन अवार्ड
इस डुअल मोड लोकोमोटिव को रेलवे बोर्ड की ओर से बेस्ट इनोवेशन अवार्ड भी मिला है। इस नए लोकोमोटिव से रेलवे रोजाना 1000 लीटर डीजल बचाएगा। सभी ट्रायल्स को क्लियर करने के बाद इसका और ज्यादा इस्तेमाल किया जाएगा।
पश्चिम मध्य रेलवे
पश्चिम मध्य रेलवे (West Central Railway) का मुख्यालय जबलपुर में है, जिसमें तत्कालीन मध्य रेलवे के जबलपुर और भोपाल डिवीज़न और पूर्व पश्चिम रेलवे के कोटा डिवीज़न शामिल हैं।
इस नए क्षेत्रीय रेलवे के गठन की घोषणा करने वाली औपचारिक गजट अधिसूचना 4 जुलाई 2002 को रेल मंत्रालय द्वारा जारी की गई थी।
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