पर्यवेक्षी प्रक्रियाओं में सुधार के लिए रिजर्व बैंक ने सुपरटेक ऐप दक्ष (DAKSH) लॉन्च किया
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने पर्यवेक्षी प्रक्रियाओं को और अधिक मजबूत बनाने के लिए 6 अक्टूबर को एक नई सुपरटेक पहल “दक्ष” – (SupTech initiative “DAKSH”) शुरू की जो रिजर्व बैंक की एडवांस पर्यवेक्षी निगरानी प्रणाली (Advanced Supervisory Monitoring System) है।
DAKSH एक वेब-आधारित एंड-टू-एंड वर्कफ़्लो एप्लिकेशन है जिसके माध्यम से RBI बैंकों, NBFC, आदि जैसे पर्यवेक्षित संस्थाओं (Supervised Entities) में अनुपालन संस्कृति (compliance culture) को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से अनुपालन आवश्यकताओं की निगरानी अधिक केंद्रित तरीके से करेगा।
यह एप्लीकेशन एक मंच के माध्यम से निर्बाध संचार, निरीक्षण योजना और निष्पादन, साइबर घटना रिपोर्टिंग और विश्लेषण, विभिन्न MIS रिपोर्ट आदि के प्रावधान को सक्षम बनाता है जो कभी भी-कहीं भी सुरक्षित पहुंच को सक्षम बनाता है।
RBI की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, रिजर्व बैंक द्वारा पर्यवेक्षित संस्थाओं के लिए एक एकीकृत पर्यवेक्षी डेटा संरचना को रिटर्न के वर्तमान फ्रेमवर्क को समेकित और अनुकूलित करके विकसित किया गया है।
केंद्रीकृत सूचना प्रबंधन प्रणाली (Centralised Information Management System: CIMS) के हिस्से के रूप में बैंकों से डेटा संग्रह को और अधिक युक्तिसंगत बनाया जा रहा है।
केंद्रीकृत सूचना प्रबंधन प्रणाली (CIMS)
RBI ने शीर्ष बैंक के डेटा वेयरहाउस (data warehouse: DW) को ओवरहाल करके CIMS के कार्यान्वयन के लिए समाधान प्रदाता की पहचान के लिए जुलाई 2018 में एक्सप्रेशन ऑफ़ इंटरेस्ट (EOI) आमंत्रित की थी।
CIMS में DW और डेटा लेक (DL) शामिल होंगे, जिसमें सिस्टम-टू-सिस्टम इंटरफ़ेस बनाकर विनियमित संस्थाओं से निर्बाध डेटा संग्रह शामिल होगा; सिस्टम संचालित डेटा सत्यापन और डेटा समीक्षा; फ्लेक्सिबल और स्केलेबल डेटा भंडार और डेटा प्रसार मंच प्रदान करना।
CIMS में RBI डेटा साइंस लैब के निर्माण की सुविधा के लिए केंद्रीकृत एनालिटिक्स प्लेटफॉर्म भी शामिल होगा।