डाइबेडो फ्रांसिस केरे- प्रित्ज़कर आर्किटेक्चर पुरस्कार के पहले अफ्रीकी विजेता

Kere teachers accommodation, Image credit: Wikimedia Commons

बुर्किना फासो के 57 वर्षीय वास्तुविद्‍ (आर्किटेक्ट) डाइबेडो फ्रांसिस केरे (Diébédo Francis Kéré) ने वर्ष 2022 का प्रित्ज़कर आर्किटेक्चर पुरस्कार ( Pritzker Architecture Prize) जीता है, जिसे वास्तुकला की दुनिया का नोबेल पुरस्कार माना जाता है। वर्ष 1979 में स्थापना के बाद से यह पुरस्कार जीतने वाले फ्रांसिस केरे अफ्रीका के पहले वास्तुकार हैं।

  • इस पुरस्कार के जरिये उनके उस व्यापक कार्य को मान्यता दी गयी है, जो “समुदायों को सशक्त और परिवर्तित करता है”। डाइबेडो फ्रांसिस केरे स्थानीय रूप से उपलब्ध सामग्रियों का उपयोग करके स्थानीय समुदायों की सहायता से स्कूलों और चिकित्सा केंद्रों के निर्माण के लिए जाने जाते हैं।

डाइबेडो फ्रांसिस केरे की उपलब्धियां

  • पश्चिम अफ्रीका के बुर्किना फासो के गांडो गांव में जन्मे, केरे ने बर्लिन के तकनीकी विश्वविद्यालय में वास्तुकला का अध्ययन किया, जहां उन्होंने 2004 में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। वह तब भी अध्ययन कर रहे थे जब वे अपने मूल गांडो लौट आए और गांव का पहला स्कूल बनाया-जो उनके द्वारा डिज़ाइन की गयी पहली स्कूल इमारत थी ।
  • केरे जब बर्लिन से लौटे तो उन्हें यकीन था कि बुर्किना फ़ासो में, जहाँ के घर मुख्य रूप से मिट्टी से बने हैं, कंक्रीट से बने स्कूल नहीं हो सकते। इसलिए स्थानीय समुदाय एक साथ आये, इन सबने चट्टान को आदिम औजारों से महीन टुकड़े में बदलकर उसे मिट्टी का रूप दे दिया।
  • वर्ष 2001 तक यह स्कूल तैयार हो गया था, और केरे ने सुनिश्चित किया कि इसमें पर्याप्त हवा और वेंटिलेशन हो। वर्ष 2004 में, इस परियोजना ने आगा खान पुरस्कार जीता।
  • जल्द ही, स्कूल एक्सटेंशन और पुस्तकालयों का निर्माण किया जाना था। उनमें से प्रत्येक में, केरे ने स्थानीय समुदाय की सहायता ली, मिट्टी का उपयोग किया, ईंटें बनाईं और अपनी इमारतों में इनोवेशन को पेश करने के लिए मिट्टी के बर्तन जैसी रोजमर्रा की सामग्री की सोर्सिंग की।
  • कॉलेज से अपने दोस्तों को इकट्ठा करते हुए, उन्होंने केरे फाउंडेशन की स्थापना की, जो एक गैर सरकारी संगठन है जो गांडो गांव में परियोजनाओं के निर्माण के लिए समर्पित है। वर्ष 2005 तक, उन्होंने जर्मनी और बुर्किना फासो में स्टूडियो के साथ केरे आर्किटेक्चर नामक अपना कार्यालय खोला।

प्रिट्ज़कर अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार

  • प्रिट्ज़कर अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार, जो प्रत्येक वर्ष किसी जीवित वास्तुकार /वास्तुकारों को उनकी महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए सम्मानित किया जाता है।
  • यह पुरस्कार अमेरिका के शिकागो के प्रित्जकर परिवार द्वारा 1979 में अपने हयात फाउंडेशन के माध्यम से स्थापित किया गया था।
  • यह पुरस्कार प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है और अक्सर इसे “वास्तुकला का नोबेल” कहा जाता है।
  • पुरस्कार के रूप में $ 100,000 (यूएस) और कांस्य पदक प्रदान किया जाता हैं।

GS TIMES UPSC PRELIMS & MAINS CURRENT AFFAIRS BASED BASICS  DAILY ONLINE TEST CLICK HERE

CLICK HERE DAILY CURRENT AFFAIRS QUIZ FOR STATE CIVIL SERVICES

GS टाइम्स UPSC प्रीलिम्स (PT) करेंट अफेयर्स, पर्यावरण और टर्म्स आधारित दैनिक ऑनलाइन टेस्ट के लिए यहाँ क्लिक करें  

यूपीपीसीएस, बीपीएससी, आरपीएससी, जेपीएससी, एमपीपीएससी पीटी परीक्षा के लिए दैनिक करंट अफेयर्स क्विज यहां क्लिक करें

JOIN GS TIMES IAS(UPSC) PRELIMS 365/15 ONLINE TEST SERIES GS-1 HINDI AND ENGLISH

error: Content is protected !!