जापान में शक्तिशाली ‘टाइफून नानमाडोल’ से जानमाल को नुकसान
टाइफून नानमाडोल (Typhoon Nanmadol) की वजह से 19 सितंबर को जापान के पश्चिमी भाग को तेज हवा र रिकॉर्ड वर्षा का सामना करना पड़ा। यह विगत कई वर्षों में जापान के सबसे शक्तिशाली तूफानों में से एक था।
टाइफून नानमाडोल की वजह से कम से कम दो लोगों की मौत हो गयी, परिवहन बाधित हो गयी।
नानमाडोल को यूएस जॉइंट टाइफून वार्निंग सेंटर (JTWC) द्वारा एक सुपर टाइफून के रूप में वर्गीकृत किया गया था। सुपर टाइफून टर्म 240 किमी / घंटा (150mph) या उससे अधिक की निरंतर हवा की गति वाले तूफानों को कहा जाता है। यह श्रेणी चार या पांच के तूफान के बराबर है।
वैज्ञानिकों ने ला नीना नामक एक प्राकृतिक परिघटना से प्रभावित होने की वजह से इस वर्ष बहुत सक्रिय तूफानों के आने की भविष्यवाणी की है। ला नीना एक जलवायु पैटर्न है जो दक्षिण अमेरिका के उष्णकटिबंधीय पश्चिमी तट के साथ सतही समुद्र के जल के ठंडा होने का वर्णन करता है।
जलवायु परिवर्तन के परिणामस्वरूप अटलांटिक और कैरिबियन में समुद्र की सतह के गर्म तापमान का भी प्रभाव पड़ सकता है। इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (आईपीसीसी) ने कहा है कि वैश्विक स्तर पर तीव्र उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के बढ़ने की संभावना है।