जंगली और वन शहद (Wild and Forest Honey) पर राष्ट्रीय सम्मेलन
ट्राइफेड ने कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड के सहयोग से “जंगली और वन शहद” (Wild and Forest Honey) पर राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया था।
- केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि भारत सरकार ने मधुमक्खी पालकों और शहद इकट्ठा करने वालों की आय बढ़ाने के प्रयास में ‘मीठी क्रांति’ (Sweet Revolution) हासिल करने के उद्देश्य से इसे प्रोत्साहन देने एवं विकास के लिए मधमुक्खी पालन को एक महत्वपूर्ण गतिविधि के रूप में मान्यता दी है।
- उन्होंने अधिकारियों को प्राकृतिक रूप से शहद बनाने वालों और जंगली और वन शहद के उत्पादक क्षेत्रों का एक डाटाबेस (जिओ टैग) तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इससे वन और जंगली शहद के उत्पादन के प्रति जागरूकता फैलाने में सहायता मिलेगी।
शहद का उच्च औषधीय महत्व
- शहद का उच्च औषधीय महत्व है। उपचार की प्राचीन आयुर्वेदिक व्यवस्था में शहद एक अहम भूमिका निभाता है और यह न सिर्फ हमारे खाने में इस्तेमाल किया जाता है, बल्कि इसकी औषधीय मूल्य भी है।
- जंगली और वन शहद स्वास्थ्य के लिए खासा लाभकारी है और यह दुनिया भर में लोकप्रिय है और इसे व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाता है।
- शहद पोषण का स्रोत होने के साथ ही उसमें एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल खूबियां भी हैं। इसे एंटीऑक्सीडैंट्स का एक अच्छा स्रोत माना जाता है।
शहद का उत्पादन- निर्यात
- वर्तमान में, भारत के प्राकृतिक शहद का निर्यात मुख्य रूप से एक ही बाजार, अमेरिका पर निर्भर है जिसकी निर्यात में 80 प्रतिशत से भी अधिक हिस्सेदारी है।
- भारत ने वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 716 करोड़ रुपये (96.77 मिलियन डॉलर) के बराबर के 59,999 मीट्रिक टन (एमटी) प्राकृतिक शहद का निर्यात किया 44,881 एमटी के साथ जिसमें अमेरिका की प्रमुख हिस्सेदारी रही।
- सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बांग्ला देश तथा कनाडा भारतीय शहद के लिए अन्य शीर्ष गंतव्य रहे।
- भारत ने अपना पहला संगठित निर्यात वर्ष 1996-97 में आरंभ किया।
- 2020 में विश्व भर में 736,266.02 एमटी का शहद निर्यात किया गया।
- शहद के उत्पादक तथा निर्यातक देशों में भारत का स्थान क्रमश 8वां और 9वां है।
- वर्ष 2019 में विश्व शहद उत्पादन 1721 हजार मीट्रिक टन का रहा था। इसमें सभी पराग संबंधित स्रोतों, जंगली फूलों तथा जंगल के वृ़क्षों से प्राप्त शहद शामिल है।
- चीन, तुर्की, ईरान और अमेरिका विश्व के प्रमुख शहद उत्पादक देशों में शामिल हैं जिनकी कुल विश्व उत्पादन में 50 प्रतिशत की हिस्सेदारी है।
शहद उत्पादक संगठन
- जनजातीय कार्य मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने दिसंबर, 2021 को छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और गुजरात राज्यों में 14 शहद उत्पादक संगठनों की स्थापना की ट्राइफेड की अहम पहल का शुभारम्भ किया था।
- ये 14 शहद एफपीओ कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की “किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के गठन और संवर्धन” की केंद्रीय योजना का एक हिस्सा हैं।
- राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड (एनबीबी) ने राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन और शहद मिशन (NBHM) के तहत देश के 100 क्लस्टरों में शहद के लिए एक वैज्ञानिक मधुमक्खी पालन की मूल्य श्रृंखला विकसित करने की योजना बनाई है।
- कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, तमिल नाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और गुजरात में 14 शहद एफपीओ के गठन के लिए ट्राइफेड को नाफेड और एनडीडीबी के साथ कार्यान्वयन एजेंसी बनाया गया है।
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