ग्लोबल नेटवर्क ऑफ़ सिल्क सिटीज में शामिल हुआ बेंगलुरु
बेंगलुरू (Bengaluru) “रेशम शहरों के वैश्विक नेटवर्क/ग्लोबल नेटवर्क ऑफ़ सिल्क सिटीज” (global network of silk cities) में शामिल होने वाला पहला भारतीय शहर बन गया है। इसकी घोषणा प्रसिद्ध फ्रांसीसी टेक्सटाइल्स आर्टिस्ट इसाबेल मौलिन (Isabelle Moulin ) ने कोलकाता में की।
- अब, विश्व के 9 देश और 13 शहर इस नेटवर्क में हैं।
क्या है ग्लोबल नेटवर्क ऑफ़ सिल्क सिटीज” (global network of silk cities) ?
- यह नेटवर्क कारीगरों और शिल्पकारों को ज्ञान का आदान-प्रदान करने, व्यापार संबंध बनाने और विभिन्न शिल्प कौशल तकनीकों को समझने में मदद करता है।
- भारत की ‘सिल्क ट्रिप’ पर आईं फ्रांसीसी टेक्सटाइल्स आर्टिस्ट इसाबेल ने कहा कि बेंगलुरू को सिल्की सिटी नेटवर्क में शामिल किए जाने के ऐतिहासिक कारण हैं।
- अंतर्राष्ट्रीय रेशम उत्पादन आयोग 1950 के दशक में फ़्रांसिसी शहर ल्योन में आयोजित किया गया था और बेंगलुरु में 2013 में आयोजित किया गया था।
- इसके अलावा बेंगलुरु भारत की सिलिकॉन वैली है और ल्योन में नवाचार और आईटी का एक बड़ा समूह है।
- सिल्क सिटी नेटवर्क, जहां फ्रांसीसी कलाकार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, अब तक 13 “सर्वश्रेष्ठ रेशम उत्पादक शहर” हैं, जिनके सदस्य “रेशम और उससे संबंधित विरासत की रक्षा के लिए एक ही दर्शन को अपनाते हैं “।
मुर्शिदाबाद जिला भी शामिल हो सकता है सिल्क नेटवर्क में ?
- इसाबेल मौलिन ने यह भी आशा व्यक्त की कि अगले कुछ वर्षों में पश्चिम बंगाल का मुर्शिदाबाद जिला – जिसे पिछले 300 वर्षों में महीन रेशम का उत्पादन करने के लिए जाना जाता है – ग्लोबल नेटवर्क ऑफ़ सिल्क सिटीज में शामिल हो सकता है।
- मुर्शिदाबाद में रेशम की बुनाई का इतिहास मुगल शासन के दौरान अठारहवीं शताब्दी की शुरुआत में जाता है, जब बंगाल के नवाब मुर्शिदकुली खान ने अपनी राजधानी को ढाका से भागीरथी नदी के पूर्व में एक शहर में स्थानांतरित कर दिया और इसका नाम मुर्शिदाबाद रखा।
- 2011 में, सुश्री मौलिन ने सिल्क मी बैक (Silk me Back) स्थापित किया, जो एक दृष्टिकोण है जो विरासत और समकालीन अभिव्यक्तियों को बारीकी से जोड़ता है और रेशम और वस्त्रों के विषय पर वैज्ञानिक, तकनीकी और कलात्मक दृष्टिकोणों को जोड़ता है।
GS टाइम्स UPSC प्रीलिम्स (PT) करेंट अफेयर्स डेली ऑनलाइन अभ्यास (टेस्ट) के लिए यहाँ क्लिक करें
UPC प्रारंभिक परीक्षा दैनिक/वार्षिक सामान्य अध्ययन-1 अभ्यास (हिंदी माध्यम मानक अभ्यास)