कैमरून ने एक्सेस एंड बेनिफिट शेयरिंग पर नागोया प्रोटोकॉल को अपनाया
मध्य अफ्रीकी देश कैमरून ने एक्सेस एंड बेनिफिट शेयरिंग पर नागोया प्रोटोकॉल (Nagoya Protocol on Access and Benefit Sharing) को अपनाया है।
नागोया प्रोटोकॉल एक अंतरराष्ट्रीय समझौता है जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आनुवंशिक संसाधनों और पारंपरिक ज्ञान (genetic resources and traditional knowledge) के उपयोग के लाभ उचित और न्यायसंगत तरीके से साझा किए जाएं।
नागोया प्रोटोकॉल को 29 अक्टूबर, 2010 को नागोया (जापान) में जैव विविधता कन्वेंशन (Convention on Biological Diversity: CBD) के पक्षकारों की 10वीं बैठक में अपनाया गया था।
यह प्रोटोकॉल 12 अक्टूबर 2014 को लागू हुआ। भारत इस प्रोटोकॉल का पक्षकार देश है। यह CBD के तीन उद्देश्यों में से एक के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए एक पारदर्शी कानूनी फ्रेमवर्क प्रदान करता है।
नागोया प्रोटोकॉल आनुवंशिक संसाधन प्रदान करने वाले और इसका उपयोग करने वाले, दोनों के लिए अधिक कानूनी आधार प्रदान करता है और पारदर्शिता लाता है।