कैप्टन इब्राहिम त्राओरे बुर्किना फासो के राष्ट्रपति बने

बुर्किना फासो (Burkina Faso) में सत्ता परिवर्तन करने वाले कैप्टन इब्राहिम त्राओरे (Ibrahim Traoré) को आधिकारिक रूप से राष्ट्रपति नियुक्त किया गया।

सैन्य अधिकारियों, सिविल समाज के संगठनों और पारंपरिक एवं धार्मिक नेताओं की एक राष्ट्रीय असेंबली ने 14 अक्टूबर को पश्चिमी अफ्रीकी देश बुर्किना फासो के लिए नए चार्टर को मंजूरी दे दी। चार्टर में कहा गया है कि सत्तारूढ़ सैन्य सरकार ‘एमपीएसआर’ का प्रमुख न सिर्फ राष्ट्रपति, बल्कि सशस्त्र बलों का भी सर्वोच्च प्रमुख है। हालांकि, इसमें स्पष्ट किया गया है कि वह भविष्य में राष्ट्रपति चुनाव होने पर इस पद के लिए खड़ा नहीं हो सकता।

बता दें कि 30 सितंबर को, कैप्टन इब्राहिम ट्रोरे ने बुर्किना फासो में तख्तापलट कर पॉल हेनरी-दमीबा को राष्ट्रपति पद से अपदस्थ कर दिया था। पॉल हेनरी-दमीबा भी जनवरी 2022 में तख्तापलट के माध्यम से ही सत्ता पर काबिज हुए थे।

बुर्किना फासो

बुर्किना फासो, जिसका अर्थ है “ईमानदार पुरुषों की भूमि”, पश्चिमी अफ्रीकी और एक भू-आबद्ध देश है। उसके पास सोने का विशाल भंडार है, लेकिन देश को अपनी अर्थव्यवस्था और मानवाधिकारों की स्थिति पर घरेलू और बाहरी चिंता का सामना करना पड़ा है।

यह एक पूर्व फ्रांसीसी उपनिवेश है और इसने 1960 में अपर वोल्टा (Upper Volta) नाम से स्वतंत्रता प्राप्त की। बुर्किना फासो नाम 1984 में अपनाया गया।

1983 में कैप्टन थॉमस शंकर ने सत्ता पर कब्जा कर लिया और कट्टरपंथी वामपंथी नीतियों को अपनाया, लेकिन ब्लेज़ कॉम्पाओरे ने उन्हें बाहर कर दिया। कॉम्पाओरे 27 साल तक शासन करते रहे और वर्ष 2014 में एक लोकप्रिय विद्रोह में सत्ता से बेदखल कर दिए गए।

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