कन्या शिक्षा प्रवेश उत्सव (Kanya Shikhsa Pravesh Utsav) का शुभारंभ
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या (7 मार्च) पर महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने शिक्षा मंत्रालय और यूनीसेफ के साथ मिलकर औपचारिक शिक्षा/या कौशल प्रणाली की तरफ किशोरियों को वापस स्कूल लाने के लिये आज यहां एक अभूतपूर्व अभियान ‘कन्या शिक्षा प्रवेश उत्सव’ (Kanya Shikhsa Pravesh Utsav) का शुभारंभ किया।
अभियान की प्रमुख विशेषताएं
- स्कूलों में 11-14 आयुवर्ग की लड़कियों का पंजीकरण बढ़ाना और उन्हें स्कूल में कायम रखना ही इस अभियान का उद्देश्य है।
- इस पहल की मंशा यह है कि किशोरियों के लिये योजनाओं, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और राष्ट्रीय शिक्षा नीति जैसी वर्तमान योजनाओं के आधार पर स्कूली लड़कियों के लिये एक समग्र प्रणाली बनाई जाये।
- अभियान की शुरूआत महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की प्रमुख योजना बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत की जायेगी।
- इसका लक्ष्य है स्कूल छोड़ने वाली चार लाख से अधिक किशोरियों को योजनाओं का लाभ देना है।
- सभी राज्यों के 400 से अधिक जिलों को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत निधि दी जायेगी, ताकि मैदानी स्तर तक जागरूकता फैलाई जा सके, समुदायों और परिवारों को यह समझाया जा सके कि वे किशोरियों को स्कूल भेजें। यह आर्थिक सहायता समग्र शिक्षा अभियान से प्राप्त निधि के इतर और उससे बढ़कर होगी।
- कार्यक्रम का लक्ष्य है महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय के बीच नजदीकी तालमेल स्थापित करना तथा अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ भागीदारी करना।