इंडोनेशिया के लिआंग टेबो गुफा में मिला सर्जिकल अंग विच्छेदन का प्राचीनतम प्रमाण

इंडोनेशियाई और ऑस्ट्रेलियाई शोधकर्ताओं की एक टीम ने लिआंग टेबो (Liang Tebo) नामक इंडोनेशियाई गुफा में सर्जिकल अंग विच्छेदन (surgical amputation) का सबसे प्राचीन प्रमाण खोजा है।

नेचर जर्नल में प्रकाशित इस खोज में बोर्नियो में लियांग टेबो में पाए गए एक वयस्क के कंकाल के अवशेषों का उल्लेख किया गया है, जिसके बाएं निचले पैर का हिस्सा हटा दिया गया था।

यह अवशेष कम से कम 31,000 साल पहले का है । अब तक सर्जिकल अंग विच्छेदन का प्राचीनतम प्रमाण 7000 वर्ष पहले के था लेकिन नई खोज ने इस शल्य चिकित्सा की उत्पत्ति को 24,000 वर्ष और पीछे ले गया है।

इस खोज से जुड़े शोधकर्ताओं के मुताबिक इस सर्जिकल प्रक्रिया के बाद व्यक्ति की देखभाल उनके प्राचीन समुदाय द्वारा उनकी मृत्यु तक की गयी थी।

शोधकर्ताओं के मुताबिक वह व्यक्ति इस सर्जिकल प्रक्रिया से बच गया था और, कम से कम छह से नौ साल तक जीवित रहा।

यह कब्र इंडोनेशियाई बोर्नियो में कालीमंतन, के लिआंग टेबो में खुदाई में पाया गया है। बता दें कि यह वह स्थल है जहां से दुनिया की कुछ शुरुआती शैलाश्रय कला के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं।

सर्जिकल अंग विच्छेदन की खोज से पता चलता है कि उस समय भी मनुष्यों को शिराओं, वाहिकाओं और नसों, घातक रक्त हानि और संक्रमण को रोकने के लिए अंगों की शारीरिक रचना और मांसपेशियों और संवहनी प्रणालियों का विस्तृत ज्ञान था।

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