अर्थ ओवरशूट दिवस 2022

28 जुलाई, 2022 तक मानवता ने उन सभी प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग कर लिया है जिन्हें पृथ्वी सतत रूप से पुन: उत्पन्न कर सकती है। अर्थ ओवरशूट डे (Earth Overshoot Day) की गणना के अनुसार, शेष वर्ष के लिए, मानव जाति पृथ्वी पर एक असतत बोझ डालेगी।

ग्लोबल फुटप्रिंट नेटवर्क और WWF के अनुसार, “अर्थ ओवरशूट डे” (Earth Overshoot Day) वह तिथि है जिस दिन मानव जाति ने वर्ष भर के लिए उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों को ख़त्म कर लिया। ये वे प्राकृतिक संसाधन हैं जिन्हें फिर से उत्पन्न किया जा सकता है।

इस वर्ष 28 जुलाई को अर्थ ओवरशूट डे होने का मतलब यह है कि लोगों ने 31 दिसंबर के लिए उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों को 1 जनवरी से 28 जुलाई तक खर्च कर लिया।

इसका यह भी मतलब है कि प्रकृति को प्राकृतिक संसाधनों को नवीनीकृत करने में पूरे वर्ष लगता है लेकिन मानवता ने उसे 28 जुलाई तक ख़त्म कर लिया। इसलिए 28 जुलाई को अर्थ ओवरशूट डे है।

सभी देशों के लिए अर्थ ओवरशूट डे एक ही तिथि नहीं है। सम्पूर्ण पृथ्वी के लिए 28 जुलाई को पृथ्वी ओवरशूट दिवस हुआ, लेकिन कई देशों में यह तारीख बहुत पहले आ गई। जैसे कतर ने पूरे 2022 के लिए उपलब्ध सतत प्राकृतिक संसाधनों को 10 फरवरी तक ही खर्च कर लिया। इसके बाद लक्जमबर्ग का स्थान है।

अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान समूह ग्लोबल फुटप्रिंट नेटवर्क द्वारा तैयार ओवरशूट डे कारक यह बताता है कि हम कितना उपभोग करते हैं, कितनी कुशलता से उत्पाद बनाए जाते हैं, जनसंख्या का आकार कितना हिअ और प्रकृति कितनी पुनरुत्पादन कर सकती है।

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