अगस्त्यमलाई -एक नया हाथी रिजर्व की घोषणा
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव और कई अन्य लोगों की उपस्थिति में 12 अगस्त को केरल के पेरियार में विश्व हाथी दिवस – 2022 (World Elephant day) मनाया गया। केंद्रीय मंत्री ने “भारत के हाथी अभयारण्य: एक एटलस”, “भारत के हाथी अभयारण्य: भूमि उपयोग भूमि आच्छादन वर्गीकरण”, “हाथियों की देखभाल: कैद में स्वास्थ्य और कल्याण का प्रबंधन” और “ट्रम्पेट” का विशेष संस्करण जारी किया।
‘गज गौरव’ पुरस्कार
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री द्वारा की गई पहल में पहली बार ‘गज गौरव’ पुरस्कार स्थानीय समुदायों, फ्रंटलाइन स्टाफ और जमीनी स्तर पर काम कर रहे महावतों के सराहनीय प्रयासों के लिए जंगली और कैद में हाथियों के संरक्षण के लिए प्रदान किया गया था।
इस वर्ष तमिलनाडु के अनामलाई से संबंधित मालासर समुदाय और केरल तथा असम के महावतों को केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री द्वारा गज गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
अगस्त्यमलाई -एक नया हाथी रिजर्व
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत में 31 हाथी अभयारण्य (elephant reserves) हैं। पिछले 3 वर्षों में, कर्नाटक राज्य द्वारा दांदेली हाथी अभयारण्य, नगालैंड द्वारा सिंगफन हाथी अभयारण्य और छत्तीसगढ़ में लेमरू हाथी अभयारण्य को अधिसूचित किया गया है।
इसने भारत में हाथी अभयारण्य के तहत कुल क्षेत्रफल को देश के 14 राज्यों में लगभग 76,508 वर्ग किमी में ला दिया है। तमिलनाडु में एक और हाथी अभयारण्य – अगस्त्यमलाई (Agasthiyamalai-) की स्थापना करने जा रहा है, जिसमें भारत में हाथियों के संरक्षण और रक्षण के लिए समर्पित एक और 1197 वर्ग किमी संरक्षित क्षेत्र शामिल है।
विश्व हाथी दिवस
12 अगस्त को मनाया जाने वाला विश्व हाथी दिवस एक अंतरराष्ट्रीय वार्षिक आयोजन है, जो दुनिया के हाथियों के संरक्षण और रक्षण के लिए समर्पित है। विश्व हाथी दिवस का लक्ष्य हाथियों के संरक्षण पर जागरूकता पैदा करना तथा जंगली और कैद हाथियों के बेहतर संरक्षण एवं प्रबंधन के लिए ज्ञान और सकारात्मक समाधान साझा करना है।
हाथियों की वर्तमान अनुमानित संख्या से संकेत मिलता है कि दुनिया में लगभग 50,000 – 60000 एशियाई हाथी हैं। भारत में 60 प्रतिशत से अधिक हाथी रहते हैं।
फरवरी 2020 में गुजरात के गांधीनगर में सीएमएस-13 (प्रवासी प्रजातियों के कन्वेंशन) के पक्षकारों के हाल ही में संपन्न सम्मेलन में प्रवासी प्रजातियों के सम्मेलन के परिशिष्ट I में भारतीय हाथी को भी सूचीबद्ध किया गया है।
विश्व हाथी दिवस विभिन्न हितधारकों का ध्यान आकर्षित करने के लिए मनाया जा रहा है।
हाथी भारत का स्वाभाविक तौर पर एक विरासत जीव है और भारत में भी हाथियों की प्रजातियों के संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए इस दिन कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
भारत में एशियाई हाथियों की सबसे बड़ी और सबसे स्थिर आबादी है। वास्तव में, 60 प्रतिशत से अधिक जंगली एशियाई हाथी भारत में हैं।
2017 में आयोजित अंतिम हाथियों की गणना में दर्ज 29,964 हाथियों की आबादी भारतीय संस्कृति में निहित वन्यजीव संरक्षण के जुनून के परिमाण को दर्शाती है।