सतह से हवा में मार करने वाली कम दूरी की मिसाइल के लंबवत प्रक्षेपण ( VL-SRSAM)
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय नौसेना ने 23 अगस्त, 2022 को ओडिशा के तट पर चांदीपुर के एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) से कम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (Vertical Launch Short Range Surface-to-Air Missile: VL-SRSAM) के लंबवत प्रक्षेपण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
लंबवत/वर्टिकलप्रक्षेपण क्षमता के प्रदर्शन के लिए एक उच्च गति वाले मानव रहित हवाई लक्ष्य के खिलाफ भारतीय नौसेना के पोत से यह परीक्षण किया गया। स्वदेशी रेडियो फ्रीक्वेंसी (आरएफ) सीकर से युक्त मिसाइलों ने उच्च सटीकता के साथ इस लक्ष्य पर निशाना साधा गया।
डीआरडीओ ने इस VL-SRSAM प्रणाली को स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया है।
चांदीपुर स्थित आईटीआर ने इस परीक्षण प्रक्षेपण के दौरान रडार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल निगरानी प्रणाली (ईओटीएस) और टेलीमेट्री प्रणाली जैसे विभिन्न रेंज उपकरणों के माध्यम से प्राप्त किए गए प्रक्षेपण संबंधी डेटा का उपयोग करके प्रक्षेपण पथ और वाहन (मिसाइल) प्रदर्शन मापदंडों की निगरानी की।
इस प्रक्षेपण की निगरानी रक्षा अनुसंधान और विकास प्रयोगशाला (डीआरडीएल), हैदराबाद स्थित रिसर्च सेंटर इमारत (आरसीआई) व पुणे स्थित आरएंडडी इंजीनियर्स जैसे सिस्टम के डिजाइन व विकास में शामिल विभिन्न डीआरडीओ प्रयोगशालाओं के वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने की थी।