पृथ्वी के टेक्टोनिक प्लेट का नया मानचित्र प्रकाशित किया गया
एडिलेड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं की एक टीम ने पृथ्वी की टेक्टोनिक प्लेटों का एक अद्यतन नक्शा बनाया है। यह प्लेट सीमाओं के साथ होने वाले भूकंप और ज्वालामुखी जैसे प्राकृतिक खतरों की बेहतर समझ प्रदान करेगा।
- हमारे आधुनिक महाद्वीपों के क्रेटन 3.2 अरब साल पहले बने थे। समय के साथ, अधिक से अधिक क्रस्टल टुकड़े बनते गए हैं, जो पृथ्वी के मेंटल में संवहन धाराओं द्वारा एक साथ धकेले गए, जिससे वालबारा (Vaalbara) नामक पहला सुपरकॉन्टिनेंट (supercontinent) बना।
- समय के साथ, वालबारा अलग हो गया, जिससे छोटे महाद्वीपों का एक सबसेट बन गया। पिछले 3 अरब वर्षों में कई सुपरकॉन्टिनेंट बने और फिर से टूट गए।
- सबसे हाल का सुपरकॉन्टिनेंट पैंजिया था, जो 335 से 65 मिलियन साल पहले मौजूद एक सुपरकॉन्टिनेंट था।
- आज पृथ्वी की भूपर्पटी (क्रस्ट) में आठ बड़ी टेक्टोनिक प्लेटें और विभिन्न माइक्रोप्लेट (microplates) हैं।
नक्शा बनाने के लिए, टीम ने तीन भूवैज्ञानिक मॉडल संयुक्त किए:
- प्लेट सीमाओं के आधार पर एक प्लेट मॉडल: इस मॉडल का उपयोग भू-खतरों से जोखिम के मॉडल में सुधार के लिए किया जा सकता है।
- पृथ्वी की सतह के भूविज्ञान पर आधारित एक प्रांत मॉडल: इसका उपयोग खनिजों की संभावना में सुधार के लिए किया जा सकता है।
- पर्वत-निर्माण प्रक्रियाओं द्वारा विकृत क्षेत्रों के साथ एक ऑरोगेनी मॉडल: यह मॉडल भू-गतिकी प्रणालियों और पृथ्वी के विकास को समझने में मदद करता है।
माइक्रोप्लेट
- नए प्लेट मॉडल में मैक्वेरी माइक्रोप्लेट (Macquarie microplate) सहित कई नए माइक्रोप्लेट शामिल हैं जो तस्मानिया के दक्षिण में स्थित हैं और मकर माइक्रोप्लेट (Capricorn microplate) जो भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई प्लेटों को अलग करता है।
GS टाइम्स UPSC प्रीलिम्स (PT) करेंट अफेयर्स डेली ऑनलाइन अभ्यास (टेस्ट) के लिए यहाँ क्लिक करें
MORE THAN 30 QUESTIONS FORM GS TIMES UPSC 2022 PRELIMS CURRENT AFFAIRS DAILY TEST