ज़िम्बाब्वे ने मुद्रास्फीति से निपटने के लिए ‘मोसी-ओआ-तुन्या’ नाम से जारी किए सोने के सिक्के
ज़िम्बाब्वे (Zimbabwe) ने देश की अस्थिर मुद्रा के लिए संकट लाने वाली मुद्रास्फीति की वृद्धि को रोकने के लिए जनता को बेचे जाने वाले सोने के सिक्के (Zimbabwe has launched gold coins) लॉन्च किए हैं। सोने के सिक्कों को मोसी-ओआ-तुन्या (Mosi-oa-Tunya) कहा जाएगा जो स्थानीय टोंगा भाषा में विक्टोरिया जलप्रपात को संदर्भित करता है।
सोने के सिक्के की मुख्य विशेषताएं
- इस कदम की घोषणा 25 जुलाई, 2022 को देश के केंद्रीय बैंक, जिम्बाब्वे के रिजर्व बैंक द्वारा की गई, जिसने वाणिज्यिक बैंकों को 2,000 सिक्के वितरित किए।
- सोने के सिक्के का दर्जा “तरल संपत्ति जैसा” (liquid asset status) होगा , जिसका अर्थ है कि इसे नकद में बदला जा सकता है, स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कारोबार किया जा सकता है, और लेनदेन के लिए उपयोग किया जा सकता है।
- लोग सिक्कों को कम से कम 180 दिनों तक रखने के बाद ही नकद के लिए लेनदेन कर सकते हैं।
- व्यक्ति या कंपनियां सोने के इन सिक्कों को बैंकों जैसे अधिकृत आउटलेट से खरीद सकती हैं और उन्हें बैंक में रख सकती हैं या घर ले जा सकती हैं।
- विदेशी केवल विदेशी मुद्रा में ये सिक्के खरीद सकते हैं।
- पहले बैच के सिक्के का मुद्रण देश के बाहर किया गया है, लेकिन अंततः उनका उत्पादन स्थानीय स्तर पर किया जाएगा।
- 22 कैरेट के सिक्कों का उपयोग दुकानों में खरीदारी के लिए किया जा सकता है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि दुकान में पर्याप्त सिक्के है या नहीं।
- इनकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक औंस सोने के मूल्य दर लगायी जाएगी और इसमें सिक्के की मींटिंग की लागत के रूप में पांच प्रतिशत जोड़ी जाएगी।
- अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के अनुसार, जुलाई 2020 में जिम्बाब्वे में मुद्रास्फीति 837% (वर्ष दर वर्ष) तक पहुंच गई थी, हालांकि सख्त राजकोषीय नीति की वजह से इसे पिछले वर्ष के अंत तक 60.7% तक कम करने में मदद मिली। हालांकि अभी भी यह दहाई अंकों में बनी हुई है।