क्या है मिंस्क समझौता (Minsk Agreements) ?
अमेरिका ने रूस को यूक्रेन पर आक्रमण नहीं करने की चेतावनी दी है और दोनों देशों से पूर्वी यूक्रेन में रूस द्वारा अलगाववादी युद्ध को समाप्त करने के लिए तैयार किए गए समझौतों का पालन करने का आग्रह किया है।
मिंस्क (Minsk), जोकि बेलारूस की राजधानी और इसका सबसे बड़ा शहर है, में दो समझौते हुए हैं:
मिंस्क-1
- यूक्रेन और रूसी समर्थित अलगाववादियों ने सितंबर 2014 में बेलारूस की राजधानी में 12-सूत्रीय संघर्ष विराम समझौते पर सहमति व्यक्त की। इसके प्रावधानों में कैदियों का आदान-प्रदान, मानवीय सहायता देना और भारी हथियारों की वापसी शामिल थे । परन्तु दोनों पक्षों द्वारा उल्लंघन के साथ ही यह समझौता जल्दी टूट गया।
मिंस्क-1
- रूस, यूक्रेन, यूरोपीय सुरक्षा और सहयोग संगठन (ओएससीई) के प्रतिनिधियों और दो रूसी समर्थक अलगाववादी क्षेत्रों के नेताओं ने फरवरी 2015 में 13-सूत्रीय समझौते पर हस्ताक्षर किए। उसी समय मिन्स्क में एकत्र हुए फ्रांस, जर्मनी, रूस और यूक्रेन के नेताओं ने समझौते के लिए समर्थन की घोषणा जारी की। इसने संघर्ष समाप्त करने के लिए सैन्य और राजनीतिक कदम निर्धारित किए जो अभी तक लागू नहीं हुए हैं। रुकावट की एक बड़ी वजह यह है कि रूस का आग्रह रहा है कि वह इस संघर्ष में कोई पक्ष नहीं है और इसलिए वह संधि की शर्तों से बाध्य नहीं है।
- इस समझौते का बिंदु 10-दो विवादित क्षेत्रों, डोनेट्स्क और लुहान्स्क से सभी विदेशी सशस्त्र संरचनाओं और सैन्य उपकरणों को वापस लेने का आह्वान करता है। यूक्रेन का कहना है कि यह रूस द्वारा तैनात बलों को संदर्भित करता है, लेकिन रूस ने वहां अपने किसी सैन्य बल के तैनात होने से इनकार कियाहै।