आशा पारेख को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार, 2020 से सम्मानित किया जाएगा
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने वर्ष 2020 के लिए दादा साहेब फाल्के पुरस्कार (52nd Dadasaheb Phalke Award) दिग्गज अभिनेत्री आशा पारेख ( Ms Asha Parekh) को देने की घोषणा की है।
सुश्री आशा पारेख एक प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री, निर्देशक, निर्माता और एक कुशल भारतीय शास्त्रीय नृत्यांगना हैं। एक बाल कलाकार के रूप में अपना करियर शुरू करते हुए उन्होंने फिल्म ‘दिल दे के देखो’ में मुख्य नायिका के तौर पर अपनी शुरुआत की और 95 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया।
उन्होंने कटी पतंग, तीसरी मंजिल, लव इन टोक्यो, आया सावन झूम के, आन मिलो सजना, मेरा गांव मेरा देश जैसी मशहूर फिल्मों में अभिनय किया है।
सुश्री पारेख पद्मश्री से सम्मानित हैं जो उन्हें 1992 में दिया गया था। उन्होंने 1998-2001 तक केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के प्रमुख के रूप में भी काम किया है।
52वें दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के चयन के लिए इस जूरी में फिल्म उद्योग के ये पांच सदस्य शामिल थे।
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के बारे में
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार की स्थापना भारतीय सिनेमा के पितामह धुंदीराज गोविंद फाल्के के नाम पर वर्ष 1969 में की गई थी।
भारतीय सिनेमा के जनक धुंदीराज गोविंद फाल्के के सम्मान में उनके बाद राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार को भारतीय सिनेमा का सबसे गौरवपूर्ण तथा प्रतिष्ठित पुरस्कार का नाम दिया गया।
दादासाहेब फाल्के पुरस्कार भारतीय सिनेमा के विकास में फिल्मी हस्तियों के योगदान को पहचानने के लिए सरकार द्वारा वर्ष 1969 में शुरू किया गया था।
इस पुरस्कार की पहली विजेता देविका रानी थीं।
दादासाहेब फाल्के पुरस्कार फिल्मी हस्तियों को भारतीय सिनेमा के विकास में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है।
इस पुरस्कार में एक स्वर्ण कमल, 10,00,000 रूपये (दस लाख रूपये) का नकद पुरस्कार ,प्रमाणपत्र, सिल्क स्क्रोल तथा एक शॉल दिया जाता है।