आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची (NLEM) 2022 जारी
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय 13 सितंबर को आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची 2022 (National List of Essential Medicines: NLEM 2022) जारी की। इस सूची में 384 दवाओं के अलावा 34 नई दवाओं को शामिल किया गया है, जबकि पिछली सूची से 26 दवाओं को हटा दिया गया है।
दवाओं को 27 चिकित्सीय श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है।
NLEM का प्राथमिक उद्देश्य तीन महत्वपूर्ण पहलुओं अर्थात लागत, सुरक्षा और प्रभावकारिता पर विचार करते हुए दवाओं के तर्कसंगत उपयोग को बढ़ावा देना है ।
NLEM में, दवाओं को स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली के स्तर के आधार पर वर्गीकृत किया गया है जैसे- P- प्राथमिक; S- द्वितीयक और T- तृतीयक।
आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची पहली बार 1996 में तैयार की गई थी और इसे पहले 2003, 2011 और 2015 में तीन बार संशोधित किया जा चुका है।
आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची (NLEM) स्वास्थ्य सेवा के सभी स्तरों पर सस्ती गुणवत्ता वाली दवाओं तक पहुंच सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
इससे सस्ती, गुणवत्तापूर्ण दवाओं को बढ़ावा मिलता है और नागरिकों को स्वास्थ्य देखभाल पर अपनी जेब से कम खर्च करना पड़ता है।
राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (NPPA) थोक मूल्य सूचकांक के आधार पर NLEM में शामिल दवाओं की अधिकतम कीमतों को नियंत्रित करता है। इन्हें अनुसूचित दवाएं (scheduled drugs) कहा जाता है।
अन्य सभी दवाओं (गैर-अनुसूचित दवाओं) को हर साल 10 प्रतिशत तक मूल्य बढ़ोतरी की अनुमति है।
हर तीन साल में, दवाओं की कीमतों को नियंत्रित करने वाली नियामक एजेंसी, नेशनल फार्मास्युटिकल्स प्राइसिंग अथॉरिटी, आवश्यक दवाओं की सूची को संशोधित करती है और साथ ही उन्हें सस्ती और व्यापक रूप से उपलब्ध कराती है।
यह स्वास्थ्य देखभाल संसाधनों और बजट के इष्टतम उपयोग; दवा खरीद नीतियां, स्वास्थ्य बीमा, निर्धारित करने की आदतों में सुधार, और चिकित्सा शिक्षा में भी मदद करता है।
सुरक्षा कारणों से देश में प्रतिबंधित होने पर एक दवा सूची से बाहर हो जाती है। यदि बाजार में एक बेहतर, अधिक लागत प्रभावी दवा उपलब्ध है, तो उसे सूची में बदला जा सकता है। सूची से हटाने का एक अन्य मानदंड देश के डिजीज बर्डन में परिवर्तन है।