असुरगढ़ ओडिशा की सबसे पुरानी किलेबंद बस्ती है-ASI
असुरगढ़ किलेबंद बस्ती (Asurgarh fortified settlement) ओडिशा के कालाहांडी जिले में स्थित है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने इस स्थल की खुदाई की है। यह स्थल राज्य की प्रमुख किलेबंद बस्तियों में सबसे पुराना माना गया है।
- यह नौवीं शताब्दी ईसा पूर्व का है। इस प्राचीन बस्ती का काल निर्धारित करने के लिए, पुरातत्वविदों ने एक्सीलरेटर मास स्पेक्ट्रोमेट्री (AMS) रेडियोकार्बन तकनीक का इस्तेमाल किया।
- इस तकनीक ने असुरगढ़ की बसावट को नौवीं शताब्दी ईसा पूर्व से दूसरी-तीसरी शताब्दी ईस्वी तक तीन सांस्कृतिक चरणों में विस्तारित होने की पुष्टि की। ये हैं – लौह युग (नौवीं शताब्दी ईसा पूर्व से चौथी शताब्दी ईसा पूर्व), प्रारंभिक ऐतिहासिक या प्राचीर चरण (दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व से पहली शताब्दी ईस्वी), और उत्तर काल / बस्ती के पतन का काल (दूसरी शताब्दी ई. से तीसरी-चौथी शताब्दी ई.)।
- किलेबंद बस्ती इस तरह से बनाई गई थी कि पांच किलोमीटर से अधिक की दूरी से पानी पूर्वी भाग में स्थित जलाशय (उदय सागर) में लाया जाता था। असुरगढ़ में खुदाई सबसे पहले संबलपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एन.के. साहू ने मार्च 1973 में की थी ।
- यहाँ से कुल 417 पुरावशेष प्राप्त हुए हैं। यहाँ से मूंगा, लाजवर्द, कारेलियन, कांच, जैस्पर, गार्नेट, शेल, एगेट, दूधिया क्वार्ट्ज, टेराकोटा, काओलिन, और सॉफ्ट स्टोन, और मृदभांड और पत्थर से बने गोलाकार डिस्क प्राप्त हुए हैं।
असुरगढ़ युग की तुलना ओडिशा के प्रारंभिक ऐतिहासिक स्थलों से की गई है: जैसे
- शिशुपालगढ़ (भुवनेश्वर के पास) ;
- जौगढ़, रुशिकुल्या घाटी (गंजम) पर एक किलेबंद बस्ती;
- मनमुंडा (बौध); खलकटपटन (पुरी);
- मानिकपटन (पुरी) का बंदरगाह स्थल;
- राधानगर (जाजपुर);
- खारलीगढ़ (बलांगीर) और
- बूढ़ीगढ़ (कालाहांडी) ।
GS टाइम्स UPSC प्रीलिम्स (PT) करेंट अफेयर्स डेली ऑनलाइन अभ्यास (टेस्ट) के लिए यहाँ क्लिक करें
UPC प्रारंभिक परीक्षा दैनिक/वार्षिक सामान्य अध्ययन-1 अभ्यास (हिंदी माध्यम मानक अभ्यास)