iNNCOVACC: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने विश्व के पहले इंट्रानेजल कोविड-19 टीका जारी किया
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने 26 जनवरी 2023 को कोविड-19 टीका इन्कोवैक (iNNCOVACC) को जारी किया। iNNCOVACC प्राथमिक रूप से तय दो खुराकों और एक बूस्टर खुराक के रूप में स्वीकृति प्राप्त करना वाला विश्व का पहला इंट्रानेजल कोविड-19 टीका (world’s first intranasal COVID19 vaccine) है।
- इसे भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (BBIL) ने बायोटेक्नोलॉजी इंडस्ट्री रिसर्च असिस्टेंस (BIRAC) के सहयोग से विकसित किया है। BIRAC, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के अधीन तहत एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम (पीएसयू) है
- iNNCOVACC कॉस्ट इफेक्टिव कोविड टीका है, जिसमें सीरिंज, सुई, अल्कोहल वाइप्स, बैंडेज आदि की जरूरत नहीं होती है। इसके अलावा खरीदारी, वितरण, भंडारण, और बायोमेडिकल अपशिष्ट निपटान से संबंधित लागतों की बचत करता है, जो इंजेक्टेबल टीकों के लिए नियमित रूप से जरूरी है।
- यह एक वेक्टर-आधारित प्लेटफार्म का उपयोग करता है, जिसे कुछ महीनों के भीतर बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए उभरते वेरिएंट्स के साथ आसानी से अपडेट किया जा सकता है।
- अग्रिम ऑर्डर देने वाले निजी अस्पतालों में रोगियों को इन्कोवैक दिए जाने की उम्मीद है। भारत सरकार और राज्य सरकारों और की ओर से बड़ी मात्रा में खरीद के लिए iNNCOVACC की कीमत 325 रुपये प्रति खुराक तय की गई है।
ZyCoV-D: विश्व का पहला और भारत का स्वदेशी रूप से विकसित कोविड-19 DNA आधारित टीका
- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने ZyCoV-D नामक विश्व का पहला और भारत का स्वदेशी रूप से विकसित कोविड-19 के लिए DNA आधारित टीका का विकास भी विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय में जैव प्रौद्योगिकी विभाग के साथ साझेदारी में BIRAC के माध्यम से किया गया है।
- इसका भी विकास ‘मिशन कोविड सुरक्षा’ के तहत किया जा रहा है। इस टीके को 12 साल और उससे अधिक उम्र के बच्चों और वयस्कों को लगाया जाएगा।