SEBI ने नगरपालिका बॉण्ड पर इनफार्मेशन डेटाबेस लॉन्च किया
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने नगरपालिका बॉण्ड (municipal bonds) पर इनफार्मेशन डेटाबेस लॉन्च किया है। बॉण्ड बाजारों को विकसित करने के अपने प्रयासों के तहत, सेबी द्वारा 20 और 21 जनवरी को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में नगरपालिका बांड और नगरपालिका वित्त पर एक आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
इनफार्मेशन डेटाबेस के बारे में
- सूचना डेटाबेस में नगरपालिका ऋण प्रतिभूतियों के संबंध में सेबी द्वारा जारी आंकड़ों और विनियमों, सर्कुलर, मार्गदर्शन नोट और FAQs पर सूचनाएं दी गयीं हैं।
नगर निगम बांड के बारे में
- नगरपालिका ऋण प्रतिभूतियां अपरिवर्तनीय ऋण प्रतिभूतियां (non-convertible debt securities) हैं जो ऋणग्रस्तता को सृजित या स्वीकार करती हैं, और इनमें डिबेंचर, बॉण्ड और ऐसी अन्य प्रतिभूतियां शामिल हैं।
- नगर निगम बॉण्ड शहरी स्थानीय निकायों द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं जैसी विशेष परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए धन जुटाने के लिए जारी किए जाते हैं।
- अटल कायाकल्प और शहरी परिवर्तन मिशन (AMRUT) के तहत शहरों को नगरपालिका बॉण्ड जारी करके संसाधन जुटाने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।
- बेंगलुरू नगर निगम ने 1997 में भारत में पहली बार म्युनिसिपल बॉण्ड जारी किए, इसके बाद 1998 में अहमदाबाद नगर निगम ने जारी किये।
- इंदौर नगर निगम 2018 में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज(NSE) में सूचीबद्ध होने वाला पहला नगर निगम बना, जबकि गाजियाबाद नगर निगम 2021 में भारत में ग्रीन बॉण्ड जारी करने वाला पहला नगर निगम बन गया।
- भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के नियमों (2015) के अनुसार, ऐसे बॉण्ड जारी करने के लिए, नगर पालिकाओं को: पिछले तीन वित्तीय वर्षों में से किसी में भी नकारात्मक नेटवर्थ नहीं होना चाहिए, और अंतिम एक वर्ष में किसी भी ऋण पर डिफॉल्ट नहीं किया गया हो।