रक्षा अधिग्रहण परिषद: हेलिना और VSHORAD खरीद को मंजूरी
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रक्षा अधिग्रहण परिषद (Defence Acquisition Council: DAC) ने तीन कैपिटल अधिग्रहण प्रस्तावों के लिए आवश्यकता की स्वीकृति (Acceptance of Necessity: AoN) को मंजूरी दी।
- DAC द्वारा दिए गए AoN में हेलिना एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल, VSHORAD (आईआर होमिंग) मिसाइल सिस्टम, शिवालिक श्रेणी के जहाजों के लिए ब्रह्मोस लॉन्चर और फायर कंट्रोल सिस्टम (FCS) तथा नौसेना के लिए अगली पीढ़ी के मिसाइल वेसल (NGMVs) की खरीद शामिल है। सभी तीन रक्षा पूंजी अधिग्रहण प्रस्ताव बाय-इंडियन(Indian-IDDM) श्रेणी के अंतर्गत हैं।
हेलिना एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल
- DAC ने HELINA (हेलीकॉप्टर-आधारित NAG) की खरीद को मंजूरी दे दी है, जो तीसरी पीढ़ी की फायर एंड फॉरगेट श्रेणी की एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) प्रणाली है। स्वदेशी रूप से विकसित मिसाइल प्रणाली का उपयोग एडवांस्ड हल्के हेलीकाप्टर (ALH) पर है।
- हेलिना मिसाइल प्रणाली दिन और रात तथा सभी मौसम की स्थिति में पारंपरिक और विस्फोटक प्रतिक्रियाशील कवच के साथ युद्धक टैंकों को हरा सकती है। यह डायरेक्ट हिट और टॉप अटैक मोड दोनों में लक्ष्य को भेदने में भी सक्षम है।
VSHORAD
- VSHORADS का मतलब है बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली (Very Short Range Air Defence System)। इस मिसाइल प्रणाली में एक लघुकृत प्रतिक्रिया नियंत्रण प्रणाली (RCS) और एकीकृत वैमानिकी सहित कई विशेष प्रौद्योगिकियाँ शामिल हैं। VSHORADS मैन पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम (MANPAD) है।
- VSHORADS मिसाइल, जिसे कम दूरी पर कम ऊंचाई वाले हवाई खतरों का मुकाबला करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, दोहरे थ्रस्ट सॉलिड मोटर द्वारा संचालित है। लॉन्चर सहित मिसाइल का डिज़ाइन पोर्टेबिलिटी के लिए अत्यधिक अनुकूलित किया गया है।
NGMVs
- इसके अतिरिक्त, DAC ने भारतीय नौसेना के लिए अगली पीढ़ी के मिसाइल वेसल्स (NGMVs) के साथ-साथ शिवालिक वर्ग के जहाजों के लिए ब्रह्मोस लॉन्चर और फायर कंट्रोल सिस्टम (FCS) की खरीद को भी मंजूरी दे दी है।