भारत ने 1 जनवरी, 2023 को वासेनार अरेंजमेंट के पूर्ण सत्र की अध्यक्षता ग्रहण की
भारत ने 1 जनवरी, 2023 को एक वर्ष के लिए वासेनार अरेंजमेंट (Wassenaar Arrangement) के पूर्ण सत्र की अध्यक्षता ग्रहण की। 42 सदस्यीय वासेनार अरेंजमेंट एक स्वैच्छिक निर्यात नियंत्रण व्यवस्था है जो पारंपरिक हथियारों और दोहरे उपयोग (dual-use goods) वाली वस्तुओं के ट्रांसफर की निगरानी करती है।
दोहरे उपयोग वाली वस्तुओं से तात्पर्य है सैन्य और असैन्य, दोनों के उपयोग की वस्तुएं।
बता दें कि 30 नवंबर-1 दिसंबर 2022 के दौरान वियना में आयोजित वासेनार अरेंजमेंट की 26 वीं वार्षिक पूर्ण बैठक (annual plenary) में, आयरलैंड के राजदूत इयोन ओ’लेरी ने भारत के राजदूत जयदीप मजूमदार को अध्यक्षता सौंपी, जो वियना में संयुक्त राष्ट्र और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के स्थायी प्रतिनिधि हैं।
वासेनार अरेंजमेंट
वासेनार अरेंजमेंट में भारत दिसंबर 2017 में 42वें सदस्य के रूप में शामिल हुआ था।
वासेनार अरेंजमेंट एक बहुपक्षीय निर्यात नियंत्रण व्यवस्था (multilateral export control regime) है जो अपने सदस्यों के बीच सूचना के नियमित आदान-प्रदान के माध्यम से पारंपरिक हथियारों और ड्यूल यूज वाली वस्तुओं और प्रौद्योगिकियों के ट्रांसफर में पारदर्शिता और अधिक जवाबदेही को बढ़ावा देने के लिए काम करती है।
इस अरेंजमेंट का उद्देश्य ऐसे ट्रांसफर्स पर नज़र रखना और पारंपरिक हथियारों और ड्यूल यूज वाले सामानों को “अस्थिर करने के इरादे से संग्रह” किये जाने को रोकना है।