ब्रह्मोस मिसाइल के विस्तारित रेंज संस्करण का सफल परीक्षण
भारतीय वायु सेना ने 29 दिसंबर को सुखोई-30MKI (SU-30MKI) विमान से युद्धपोत के निर्धारित लक्ष्य पर ब्रह्मोस हवाई प्रक्षेपण मिसाइल (Brahmos Air Launched) के विस्तारित रेंज संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
- इस मिसाइल ने बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में एक युद्धपोत पर सटीक हमला करके परीक्षण के वांछित उद्देश्यों को हासिल किया।
- इसके साथ ही भारतीय वायु सेना ने अब बहुत लंबी दूरी पर सतह के साथ-साथ ही समुद्री लक्ष्यों पर भी सुखोई-3030MKI विमान द्वारा सटीकता के साथ हमले करने के लिए एक महत्वपूर्ण मारक क्षमता वृद्धि हासिल कर ली है।
- सुखोई-3030MKI विमान के उच्च प्रदर्शन के साथ ही समन्वित मिसाइल की विस्तारित रेंज क्षमता भारतीय वायु सेना को एक रणनीतिक पहुंच उपलब्ध कराती है और इसे भविष्य के युद्ध क्षेत्रों में दुश्मन पर हावी होने की क्षमता प्रदान करती है।
- ब्रह्मोस भारत और रूस का एक संयुक्त उद्यम है, और इसका नाम ब्रह्मपुत्र और मोस्कवा नदियों से लिया गया है।
- इसे जमीन, हवा, समुद्र और पानी के नीचे से लॉन्च किया जा सकता है।
- मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (MTCR) के दायित्वों के अनुसार इसका रेंज मूल रूप से 290 किमी तक सीमित थी। MTCR में भारत के प्रवेश के बाद, बाद के चरण में रेंज को 450 किमी और 600 किमी तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया।