मुर्गियों में H9N2 एवियन इन्फ्लूएंजा: पहली स्वदेशी वैक्सीन तकनीक निजी कंपनियों को ट्रांसफर
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय पशु रोग उच्च सुरक्षा संस्थान (ICAR-NIHSAD) ने मुर्गियों में H9N2 एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस के लिए चार निजी कंपनियों को पहली स्वदेशी वैक्सीन तकनीक ट्रांसफर की है।
यह वैक्सीन भारत और विदेश, दोनों जगहों के बाजार के मानक पर खरी उतरेगी। वैक्सीन बीमारी से होने वाले आर्थिक नुकसान को कम करके पोल्ट्री किसानों की आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देगी।
एवियन इन्फ्लुएंजा का H9N2 स्ट्रेन हालाँकि कम रोगजनक है लेकिन पूरे वर्ष कुक्कुट झुंडों में रोग फैलाने का कारण बनता है, जिससे कुक्कुट किसानों को भारी आर्थिक नुकसान सहना पड़ता है।
इस बीमारी में मृत्यु दर काफी कम (6 प्रतिशत तक) होती है, लेकिन अन्य संक्रमणों की उपस्थिति में बीमारी की गंभीरता बढ़ सकती है।
इस संक्रमण की वजह से पक्षियों में अंडा उत्पादन में गिरावट (50 प्रतिशत तक) और ब्रॉयलर में प्रदर्शन का नुकसान होता है।