RISAT-1Aऔर VEDAS के इस्तेमाल से कृषि-निर्णय समर्थन प्रणाली विकसित करने को लेकर समझौता ज्ञापन

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर और विज्ञान और प्रौद्योगिकी; राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह ने 13 दिसंबर कोऔपचारिक रूप से उपयोगकर्ता समुदाय के लिए RISAT-1A के आंकड़ा उत्पादों और सेवाओं को जारी किया।

इस अवसर पर, सभी हितधारकों की साक्ष्य आधारित निर्णय लेने की क्षमता बढ़ाने के लिए भू-स्थानिक प्रौद्योगिकियों ( geospatial technologies) और संबंधित डेटाबेस का उपयोग करके कृषि-निर्णय समर्थन प्रणाली (Krishi-Decision Support System: Krishi-DSS) विकसित करने के लिए कृषि एवं किसान कल्याण विभाग और अंतरिक्ष विभाग के बीच कृषि क्षेत्र में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय अंतरिक्ष विभाग के RISAT-1A और वेदाज (VEDAS ) का उपयोग करते हुए गति शक्ति की तर्ज पर Krishi-DSS, एक निर्णय समर्थन प्रणाली विकसित कर रहा है।

यह इसरो के मोसडेक (MOSDAC: Meteorological & Oceanographic Satellite Data Archival Centre) और भुवन (जियो-प्लेटफॉर्म) और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की प्रणालियों के साथ एकीकरण के माध्यम से कृषि क्षेत्र में सभी हितधारकों की साक्ष्य-आधारित निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाएगा।

RISAT-1A

RISAT-1A भारत का पहला रडार इमेजिंग सैटेलाइट है, जिसे 14 फरवरी, 2022 को लॉन्च किया गया था।

RISAT-1A एक बारहमासी उपग्रह है और वनस्पति में गहराई तक प्रवेश कर सकता है।

यह प्रकाश की स्थिति से भिन्न उच्च रेजोल्यूशन वाली भू-स्थानिक छवियां ले सकता है। यह समझौता ज्ञापन भारतीय कृषि के समावेशी, आत्मनिर्भर और सतत विकास के लिए डिजिटल आधार प्रदान करेगा।

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