अंतर्राष्ट्रीय लुसोफोन महोत्सव और पुर्तगाली भाषायी देशों का समुदाय (CPLP)
भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR) और गोवा सरकार के साथ साझेदारी में विदेश मंत्रालय (MEA) 3-6 दिसंबर 2022 तक गोवा में अंतर्राष्ट्रीय लुसोफोन महोत्सव (International Lusophone Festival) का आयोजन कर रहा है।
लुसोफोन महोत्सव के बारे में
यह फेस्टिवल भारत को लुसोफोन विश्व से जोड़ने का प्रयास करता है। बता दें कि गोवा का लुसोफोन वर्ल्ड के साथ ऐतिहासिक संबंध रहा है, जिसका पोषण ओरिएंट फाउंडेशन और कैमोस इंस्टीट्यूट जैसे पुर्तगाली सांस्कृतिक संस्थानों की उपस्थिति के माध्यम से किया गया है जो भारत में पुर्तगाली भाषा और संस्कृति को बढ़ावा देते हैं।
इस फेस्टिवल ने भारत के आर्थिक, सांस्कृतिक सहयोग और CPLP (Community of Portuguese Language Countries/पुर्तगाली भाषायी देशों का समुदाय) के सदस्य देशों के साथ लोगों के बीच संबंधों को गहरा किया है।
पुर्तगाली भाषायी देशों का समुदाय (CPLP)
बता दें कि पुर्तगाली भाषायी देशों का समुदाय/CPLP (Comunidade dos Países de Lingua Portuguesa) जिसे लुसोफोन कॉमनवेल्थ (Comunidade Lusofona) के नाम से भी जाना जाता है, एक बहुपक्षीय मंच है, जिसकी स्थापना 17 जुलाई 1996 को लिस्बन में प्रथम CPLP शिखर सम्मेलन में हुई थी।
इसके संस्थापक सदस्य हैं; अंगोला, ब्राजील, काबो वर्डे, गिनी बिसाऊ, मोजाम्बिक, पुर्तगाल और साओ टोम और प्रिंसिपे। तिमोर लेस्ते और इक्वेटोरियल गिनी बाद में CPLP में शामिल हुए।
भारत जुलाई 2021 में एक सहयोगी पर्यवेक्षक के रूप में CPLP में शामिल हुआ।
CPLP के साथ भारत के जुड़ाव के हिस्से के रूप में, विदेश मंत्रालय ने CPLP में शामिल होने के तुरंत बाद 05 मई 2022 को दिल्ली में विश्व पुर्तगाली भाषा दिवस (World Portuguese Language Day) मनाया। लुसोफोन फेस्टिवलभी इस जुड़ाव को आगे बढ़ाने के भारत के प्रयासों का हिस्सा है।