लचित बोरफुकन की 400वीं जयंती
प्रधानमंत्री ने 25 नवंबर 2022 को नई दिल्ली में लचित बोरफुकन (Lachit Borphukan) की 400वीं जयंती के साल भर चलने वाले समारोह के समापन समारोह में संबोधित किया।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर ‘लचित बोरफुकन – असम्स हीरो हू हाल्टेड द मुगल्स’ नामक पुस्तक का विमोचन भी किया।
गुमनाम नायकों को उचित तरीके से सम्मानित करने के विजन के अनुरूप, असम के अहोम साम्राज्य की शाही सेना के उस प्रसिद्ध जनरल लचित बोरफुकन की 400वीं जयंती के सम्मान में मनाया गया, जिन्होंने मुगलों को पराजित किया और सफलतापूर्वक औरंगजेब के अधीन मुगलों की लगातार बढ़ती महत्वाकांक्षाओं को रोका था।
लचित बोरफुकन (24 नवंबर 1622 – 25 अप्रैल 1672) असम के अहोम साम्राज्य की शाही सेना के प्रसिद्ध जनरल थे जिन्होंने मुगलों को हराया और औरंगजेब के अधीन मुगलों की लगातार बढ़ती महत्वाकांक्षाओं का सफलतापूर्वक मार्ग रोक दिया था।
लचित बोरफुकन ने 1671 में लड़ी गई सरायघाट की लड़ाई (Battle of Saraighat) में असमिया सैनिकों को प्रेरित किया, और मुगलों की करारी और अपमानजनक हार हुई।
लचित बोरफुकन और उनकी सेना की वीरतापूर्ण लड़ाई हमारे देश के इतिहास में प्रतिरोध के सबसे प्रेरक सैन्य कारनामों में से एक है।