स्टार्टअप इंडिया ने MAARG पोर्टल के लिए स्टार्टअप आवेदन लॉन्च किया
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत उद्योग संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग (DPIIT) ने स्टार्टअप इंडिया द्वारा नेशनल मेंटरशिप प्लेटफॉर्म: मार्ग/MAARG (MAARG: National Mentorship Platform by Startup India) पोर्टल पर पंजीकरण के लिए स्टार्टअप आवेदनों के लिए एक कॉल लॉन्च किया है।
- भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम, जो वर्तमान में वैश्विक रूप से तीसरे स्थान पर है, को और बढ़ावा देने के लिए स्टार्टअप इंडिया का ध्यान स्टार्टअप संस्कृति को उत्प्रेरित करने तथा भारत में इनोवेशन एवं उद्यमशीलता के लिए एक मजबूत और समावेशी इकोसिस्टम का निर्माण करने पर केंद्रित है।
- इस संदर्भ में MAARG पोर्टल -मेंटरशिप, एडवायजरी, असिस्टैंस, रेजीलिएंस तथा ग्रोथ- विभिन्न सेक्टरों, समारोहों, चरणों, भौगोलिक क्षेत्र और पृष्ठभूमियों में स्टार्टअप्स के लिए संरक्षण की सुविधा प्रदान करने के लिए एक वन स्टॉप प्लेटफॉर्म है।
MAARG पोर्टल के उद्देश्य निम्नलिखित हैं –
स्टार्टअप्स को उनके पूरे जीवन चक्र तक के लिए सेक्टर फोकस्ड दिशानिर्देश, प्रारंभिक सहायता और सहयोग प्रदान करना,
एक औपचारिक और संरचित प्लेटफॉम की स्थापना करना जो संरक्षकों तथा उनसे संबंधित सलाहकारों के बीच बुद्धिमत्तापूर्ण मैचमेकिंग की सुविधा प्रदान करता है,
स्टार्टअप्स के लिए दक्ष और विशेषज्ञ संरक्षण की सुविधा प्रदान करना तथा एक परिणाम केंद्रित तंत्र का निर्माण करना जो मेंटर-मेंटी सहयोगों को ठीक समय पर ट्रैक करने में सक्षम बनाता है।
भारतीय स्टार्ट-अप इको-सिस्टम
DPIIT ने 75 हजार से अधिक स्टार्ट-अप्स को मान्यता प्रदान की है, जो आजादी के 75 वर्ष होने के क्रम में मील का पत्थर है। 15 अगस्त, 2015 को लाल किले से प्रधानमंत्री ने अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण के दौरान स्टार्टअप इंडिया की घोषणा की थी।
इसके अगले वर्ष 16 जनवरी 2016 को, जिसे अब राष्ट्रीय स्टार्ट-अप दिवस (National Startup Day) के रूप में घोषित कर दिया गया है, उस दिन देश में स्टार्ट-अप और नवाचार को पोषित करने के लिये एक मजबूत इको-सिस्टम बनाने की कार्य-योजना (Action Plan for Startup India) शुरू की गई थी।
स्टार्ट-अप इंडिया कार्यक्रम आज स्टार्ट-अप्स के लिये लॉन्च-पैड के रूप में तैयार हो गया है। वित्तपोषण से लेकर आकर्षक कराधान तक, बौद्धिक सम्पदा अधिकार को समर्थन से लेकर सरल सावर्जनिक खरीद तक, सुगमता के लिये नियमों में सुधार करने से लेकर अंतर्राष्ट्रीय उत्सवों और कार्यक्रमों तक, स्टार्ट-अप इंडिया कार्यक्रम सतत आर्थिक विकास का पर्याय बन गया है।
सभी क्षेत्रों स्वीकृत इनक्यूबेटरों के माध्यम से स्टार्टअप्स को सीड फंडिंग प्रदान करने के लिए, 16 अप्रैल, 2021 को उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग द्वारा स्टार्टअप इंडिया सीड फंड योजना शुरू की गई थी।
कुल मान्यता-प्राप्त स्टार्ट-अप्स में से लगभग 12 प्रतिशत आईटी सेवाओं की, नौ प्रतिशत स्वास्थ्य-सुविधा और जीव विज्ञान की, सात प्रतिशत शिक्षा की, पांच प्रतिशत व्यावसायिक और वाणिज्यिक सेवाओं की और पांच प्रतिशत कृषि की जरूरतों से सम्बंधित हैं।
भारतीय स्टार्ट-अप इको-सिस्टम ने 7.46 लाख रोजगार पैदा किये हैं, और इसमें गत 6 वर्षों में सालाना 110 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। आज भारत विश्व का तीसरा सबसे स्टार्टअप इकोसिस्टम वाला देश है।