मल्लय्यागरीपल्ले पांडव गुल्लू

आंध्र प्रदेश का तिरुपति जिला ऐतिहासिक मानव शवाधान स्थलों (burial sites) से भरा हुआ है। इनमें सबसे प्रमुख महापाषाण युग (megalithic era) का ‘स्तंभयुक्त डोलमेन’ (pillared dolmen) है, जो मल्लय्यागरीपल्ले (Mallayyagaripalle) में स्थित है।

यह तिरुपति से 20 किमी दूर चंद्रगिरि और दोर्नकंबला के बीच एक पहाड़ी पर स्थित है। पांडवों की याद में इसे स्थानीय रूप से ‘पांडव गुल्लू’ (Pandava Gullu) या ‘पांडवुला बांदा’ कहा जाता है।

यह 2,500 साल पुरानी संरचना है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक मल्लय्यागरीपल्ली में शिलापट्ट के नीचे रॉक आर्ट वाले स्तम्भों वाले डोलमेन आसपास के क्षेत्र में ग्रेनाइट खनन के कारण खतरे में आ गए हैं। हालाँकि स्थानीय ग्रामीणों और मानवविज्ञानियों के प्रयास से खनन गतिविधि को रोकने में कुछ हद तक सफलता हाथ हाथ लगी है।

कहा जाता है कि खान विभाग ने साइट के महत्व को सत्यापित किए बिना खनन के लिए लाइसेंस प्रदान कर दिया था।

मल्लय्यागरिपल्ली संरचना एक सिस्ट शवाधान कक्ष है। इस तरह के कक्षों को बड़े पत्थरों से बड़े करीने से तोड़े गए स्लैबों की व्यवस्था करके बनाया गया है।

(Source: The Hindu)

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