मिलेट: प्रमुख विशेषताएं और भारत में उत्पादन व व्यापार

पौष्टिक अनाजों के शिपमेंट को बढ़ावा देने के लिए वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने अपनी कृषि निर्यात संवर्धन संस्‍था APEDA के माध्यम से दिसंबर 2022 से पूरे विश्‍व में भारतीय मिलेट (Indian millets) के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एक विस्‍तृत रणनीति तैयार की है।

मिलेट को बढ़ावा देने का कार्यक्रम 05 मार्च, 2021 को संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा द्वारा वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष (International Year of Millets) घोषित किए जाने के भारत के प्रस्‍ताव के परिपेक्ष में आया है।

भारत के प्रस्‍ताव को 72 देशों ने समर्थन दिया था। सरकार अंतर्राष्‍ट्रीय मिलेट वर्ष का आयोजन घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कर रही है, ताकि मिलेट तथा इसके वैल्यू एडेड उत्‍पादों को पूरे विश्‍व में लोकप्रिय बनाया जा सके और इसे जन आंदोलन बनाए जा सके।

भारत विश्‍व में मिलेट के अग्रणी उत्‍पादकों में एक

भारत विश्‍व में मिलेट के अग्रणी उत्‍पादकों में एक है और वैश्विक उत्‍पादों में भारत का अनुमानित हिस्‍सा लगभग 41 प्रतिशत है।

UNFAO के अनुसार वर्ष 2020 में मिलेट का विश्‍व उत्‍पादन 30.464 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) हुआ और भारत का हिस्‍सा 12.49 एमएमटी था, जो कुल मिलेट उत्‍पादन का 41 प्रतिशत है।

भारत ने 2021-22 में मिलेट उत्‍पादन में 27 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जबकि इससे पहले के वर्ष में यह उत्‍पादन 15.92 एमएमटी था।

भारत के शीर्ष पांच मिलेट उत्‍पादक राज्‍य हैं – राजस्‍थान, महाराष्‍ट्र, कर्नाटक, गुजरात और मध्‍य प्रदेश। मिलेट निर्यात का हिस्‍सा कुल उत्‍पादन का एक प्रतिशत है।

भारत के मिलेट के निर्यात में मुख्‍य रूप से सम्‍पूर्ण अनाज है और मिलेट के मूल्‍यवर्धित उत्‍पादों का निर्यात बहुत कम है।

मिलेट: प्रमुख विशेषताएं

चावल और गेहूं जैसे अधिक खपत वाले अनाजों की तुलना में मिलेट के पौष्टिक मूल्‍य अधिक होते हैं।

मिलेट कैल्शियम, आयरन और फाइबर से भरपूर होते हैं और बच्चों के स्वस्थ विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्वों को मजबूत करने में मदद करता है। साथ ही, शिशु आहार और पोषण उत्पादों में मोटे अनाजों का उपयोग बढ़ रहा है।

DGCI के डाटा के अनुसार, वित्त वर्ष 2021-22 में मिलेट के निर्यात में भारत ने 8.02 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है, क्‍योंकि 159,332.16 मीट्रिक टन मिलेट का निर्यात हुआ, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान मिलेटका निर्यात 147,501.08 मीट्रिक टन था।

भारत जिन प्रमुख देशों को मिलेट का निर्यात करता हैं, उनमें संयुक्‍त अरब अमीरात, नेपाल, सऊदी अरब, लीबिया, ओमान, मिस्र, ट्यूनीशिया, यमन, ब्रिटेन तथा अमेरिका हैं। भारत द्वारा निर्यात किए जाने वाले मिलेट में बाजरा, रागी, कनेरी, जवार और कुट्टू शामिल हैं।

मिलेट आयात करने वाले प्रमुख देश हैं – इंडोनेशिया, बेल्जियम, जापान, जर्मनी, मेक्सिको, इटली, अमेरिका, ब्रिटेन, ब्राजील और नीदरलैंड।

16 प्रमुख किस्म के मिलेट का उत्‍पादन होता हैं और उनका निर्यात किया जाता है। इनमें ज्वार (Sorghum), बाजरा (Pearl Millet), रागी (Finger Millet), कंगनी (Minor Millets), चीना (Proso Millet), कोदो (Kodo Millet), सवा/सांवा/झंगोरा (Barnyard Mille), कुटकी (Little Millet), कुट्टू (Two Pseudo Millets-BuckWheat), चौलाई (Ameranthus) और ब्राउन टॉप मिलेट हैं।

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