गोविंदभोग चावल
पश्चिम बंगाल के सुगन्धित चावल की प्रीमियम किस्म – गोविंदभोग (Gobindobhog Rice) – की कीमतों में लगभग 11 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। इसकी वजह है बेहतर गुणवत्ता वाले उत्पाद आने की संभावना ।
यह भी कहा जा रहा है कि 20 प्रतिशत सीमा शुल्क लगाने से चावल के निर्यात पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है जिससे कीमतों में कमी आई है। पुरानी फसल, जो आम तौर पर बेहतर मांग के कारण नई फसल पर अधिक प्रीमियम प्राप्त करती है, वर्तमान में इस वर्ष लगभग 42-45 प्रति किलोग्राम के आसपास मँडरा रही है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 50 रुपये प्रति किलोग्राम थी।
गोबिंदभोग पश्चिम बंगाल का गैर-बासमती प्रकार का स्वदेशी सुगंधित चावल है।
इसे अगस्त 2017 में GI (भौगोलिक संकेतक) का दर्जा मिला था। इसकी खेती मुख्य रूप से पूर्वी बर्दवान जिले में रैना 1, रैना 2 और खंडघोष ब्लॉक में की जाती है।