लाइकोपीन (Lycopene)
इंस्टीट्यूट ऑफ नैनो साइंस एंड टेक्नोलॉजी (आईएनएसटी), मोहाली के शोधकर्ताओं की एक टीम ने उच्च व्यावसायिक मूल्य वाले फाइटोकेमिकल ‘लाइकोपीन’ (lycopene) का पता लगाने के लिए एक नैनो-बायोसेंसर विकसित किया है।
सेंसर एक पोर्टेबल स्मार्टफोन-आधारित अपकन्वर्टिंग पुन: प्रयोज्य फ्लोरोसेंट पेपर स्ट्रिप का उपयोग करता है। इस पारदर्शी अपकन्वर्शन नैनोपार्टिकल्स (UCNPs) स्ट्रिप को लाइकोपीन के प्रति संवेदनशील पाया गया है।
एक साधारण स्मार्टफोन कैमरे का इस्तेमाल लाइकोपीन का पता लगाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
अपकन्वर्शन (Upconversion) एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें प्रकाश उत्सर्जक प्रकाश की तुलना में अधिक फोटॉन ऊर्जा के साथ उत्सर्जित किया जा सकता है।
लाइकोपीन एक कैरोटीनॉयड है जो टमाटर, अंगूर, तरबूज और पपीते में पाया जाता है। इसे पौधों और सूक्ष्मजीवों द्वारा भी संश्लेषित (synthesized) किया जाता है, लेकिन मानव शरीर द्वारा संश्लेषित नहीं किया जा सकता है और केवल आहार के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है।
यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है जो कैंसर, हृदय रोग और मैकुलर डिजनरेशन (macular degeneration) को रोकने में मदद करता है।
कई वैज्ञानिक अध्ययनों ने लाइकोपीन युक्त खाद्य पदार्थों के उच्च सेवन और कई कैंसर, विशेष रूप से प्रोस्टेट कैंसर के निम्न खतरों के बीच एक मजबूत संबंध पाया है।