प्रधानमंत्री ने 75 जिलों में 75 डिजिटल बैंकिंग यूनिट्स (DBU) राष्ट्र को समर्पित की
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से 16 अक्टूबर, 2022 को देश के 75 जिलों में 75 डिजिटल बैंकिंग इकाइयां (Digital Banking Units: DBU) राष्ट्र को समर्पित कीं।
डिजिटल बैंकिंग इकाइयां (DBU) के बारे में
वर्ष 2022-23 के केंद्रीय बजट भाषण के हिस्से के रूप में, वित्त मंत्री ने हमारे देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 75 जिलों में 75 DBU स्थापित करने की घोषणा की थी।
DBU की स्थापना का उद्देश्य डिजिटल बैंकिंग का लाभ देश के कोने-कोने तक पहुंचाना है, जो सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कवर करेगा।
11 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, 12 निजी क्षेत्र के बैंक और एक लघु वित्त बैंक इस पहल में भाग ले रहे हैं।
DBU ब्रिक-एंड-मोर्टार आउटलेट (brick-and-mortar outlets) होंगे यानी यह फिज़िकली मौजूद होगा।
DBU बैंकों की शाखाओं लोगों को विभिन्न प्रकार की डिजिटल बैंकिंग सुविधाएं प्रदान करेंगे जैसे कि बचत खाता खोलना, बैलेंस-चेक, प्रिंट पासबुक, फंड ट्रांसफर, फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश, ऋण आवेदन, , जारी चेक के लिए स्टॉप-पेमेंट निर्देश, क्रेडिट/डेबिट कार्ड के लिए आवेदन करना, खाते का विवरण देखना, करों का भुगतान करना, बिलों का भुगतान करना, नॉमिनेशन करना आदि।
DBU उन लोगों को सक्षम बनाएगा जिनके पास ICT इंफ्रास्ट्रक्चर (कंप्यूटर इत्यादि) नहीं है, वे बैंकिंग सेवाओं को डिजिटल रूप से एक्सेस कर सकेंगे। वे उन लोगों की भी सहायता करेंगे जिन्हें डिजिटल बैंकिंग अपनाने के लिए तकनीकी जानकारी नहीं हैं।
DBU में, उत्पादों और सेवाओं को ग्राहकों को 2 मोड में पेश किया जाएगा: सेल्फ सर्विस मोड और डिजिटल असिस्टेंस मोड।
निम्नलिखित मामलों में DBU पारंपरिक शाखा से अलग होंगे:
-वे 24 x 7 कैश जमा और निकासी सहित बैंकिंग सेवाएं प्रदान करेंगे।
-सेवाएं डिजिटल रूप से प्रदान की जाएंगी।
-जिन लोगों के पास कनेक्टिविटी या कंप्यूटिंग डिवाइस नहीं हैं, वे DBU से पेपरलेस मोड में बैंकिंग लेनदेन कर सकते हैं।
–डिजिटल असिस्टेंस मोड में बैंक कर्मचारी बैंकिंग लेनदेन के लिए उपयोगकर्ताओं की सहायता और मार्गदर्शन के लिए उपलब्ध रहेंगे।
-डिजिटल वित्तीय साक्षरता प्रदान करने और डिजिटल बैंकिंग अपनाने के लिए जागरूकता पैदा करने में मदद करेगा।
डिजिटल बैंकिंग इकाइयां (DBU) के लाभ
DBU ग्राहकों को पूरे वर्ष बैंकिंग उत्पादों और सेवाओं तक किफायती, सुविधाजनक पहुंच व बेहतर डिजिटल अनुभव प्रदान करने में सक्षम बनाएगा।
वे डिजिटल वित्तीय साक्षरता का प्रसार करेंगे और साइबर सुरक्षा जागरूकता के साथ-साथ सुरक्षा संबंधी उपायों पर ग्राहक शिक्षा पर विशेष जोर दिया जाएगा।
साथ ही, DBU द्वारा सीधे या बिजनेस फैसिलिटेटरों/कॉरेस्पोंडेंट के माध्यम से प्रदान की जाने वाली व्यापार और सेवाओं से उत्पन्न होने वाली तत्काल सहायता और ग्राहकों की शिकायतों का निवारण करने के लिए पर्याप्त डिजिटल तंत्र होना चाहिए।
75 डिजिटल बैंकिंग इकाइयां (DBU) वित्तीय समावेशन को आगे बढ़ाएंगी और नागरिकों को बेहतर बैंकिंग सेवा का अनुभव भी कराएंगी।
ये एक ऐसी विशेष बैंकिंग व्यवस्था है जो न्यूनतम डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर से अधिकतम सेवाएं देने का काम करेगी। ये सेवाएं कागजी लिखापढ़ी और झंझटों से मुक्त होंगी, और पहले से कहीं ज्यादा आसान होंगी।
यानी, इनमें सुविधा होगी, और एक मजबूत डिजिटल बैंकिंग सुरक्षा भी होगी। छोटे शहरों और गांवों में रहने वाले लोगों को धन हस्तांतरित करने से लेकर ऋण प्राप्त करने जैसे लाभ मिलेंगे।
(News was edited to add more facts)