दीप्ति शर्मा द्वारा रन आउट से “मांकडिंग” पर फिर से छिड़ी बहस
भारतीय ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा (Deepti Sharma) ने 24 सितंबर को इंग्लैंड के लॉर्ड्स मैदान में नॉन-स्ट्राइकर एंड पर क्रीज के बाहर खड़ीं इंग्लैंड के चार्ली डीन को रन आउट कर दिया, जिससे भारत ने एकदिवसीय श्रृंखला में 3-0 से जीत हासिल कर ली।
हालांकि जिस तरीके से चार्ली डीन को रन आउट किया गया उसे फिर से “मांकडिंग” (Mankading) एपिसोड पर फिर से बहस छिड़ गयी है और क्रिकेट बिरादरी ‘मांकडिंग’ घटना पर विभाजित है।
दीप्ति ने मांकडिंग स्टाइल में चार्ली को आउट किया था, जिसके बाद से भारत की खेल भावना पर सवाल खड़े हुए। दीप्ति ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने पहले चार्ली को इसको लेकर वॉर्निंग दी थी और इसके बाद ही उन्हें इस तरह से आउट दिया गया।
क्या है ‘मांकडिंग’?
‘मांकडिंग’ मूल रूप से एक गेंदबाज द्वारा नॉन-स्ट्राइकर के छोर पर बल्लेबाज को रन आउट करने का कार्य है यदि बल्लेबाज, गेंद फेंके जाने से पहले क्रीज से बहुत आगे चला जाता है।
1947-48 में भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान भारतीय ऑलराउंडर वीनू मांकड़ की एक एक्शन की वजह से इस एक्ट को ‘मांकडिंग’ कहा जाता है।
वीनू मांकड़ ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बिल ब्राउन को रन आउट किया था। यह घटना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहली बार इस तरह की घटना हुई थी। आज तक, यह एक्ट केवल कुछ ही बार दोहराया गया है।
जब भी मांकडिंग की चर्चा होती है तो भारत के स्टार खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन की 2019 आईपीएल के दौरान जोस बटलर की मांकडिंग याद आ जाती है।
सितंबर 2022 में ही, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने इस घटना के संबंध में अपने खेल के नियमों को बदल दिया है।
1 अक्टूबर 2022 से प्रभावी नियमों में ‘मांकडिंग’ (Mankading) को ‘अनुचित खेल’ (Unfair Play) के बजाय रन आउट ( Run out) के रूप में गिना जाएगा।
‘अनफेयर प्ले’ सेक्शन से ‘रन आउट’ सेक्शन में रन आउट को प्रभावित करने की इस पद्धति को स्थानांतरित करने में खेलने की स्थिति कानूनों का पालन करती है।