सटीक खाद रणनीति (PCS)

एक नए अध्ययन के अनुसार, बड़े पैमाने पर कृषि में एक सटीक खाद रणनीति (Precision Compost Strategy: PCS) अपनाने से लैंडफिल से बायोवेस्ट (जैव अपशिष्ट) को हटाकर ग्रीनहाउस गैस (GHG) उत्सर्जन को सीमित किया जा सकता है।

क्वींसलैंड विश्वविद्यालय का यह अध्ययन नेचर फूड में 05 सितंबर, 2022 को प्रकाशित किया गया था। खाद एक कार्बन समृद्ध उर्वरक है। यह जैविक सामग्री, पशुधन खाद और अन्य मिश्रित सामग्री से प्राप्त होता है।

अध्ययन में कहा गया है कि खाद का उपयोग फसल की उपज में सुधार कर सकता है और महत्वपूर्ण पर्यावरणीय लाभ प्रदान कर सकता है।

PCS फसल की उपज और मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है, और जैव अपशिष्ट को लैंडफिल में जाने से रोकेगा जहां यह हानिकारक ग्रीनहाउस गैसों को उत्सर्जित करता है।

सटीक खाद रणनीति (PCS) फसल की जरूरतों के अनुसार एक खेत में इनपुट के अनुकूलित प्रबंधन पर आधारित है। इसके लिए खाद की विशेषताओं और बायोफिजिकल सेटिंग्स के साथ इसकी इंटरेक्शन्स को समझने की आवश्यकता है।

वैश्विक खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में मिट्टी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। लेकिन वर्तमान में दुनिया की 30 प्रतिशत कृषि मिट्टी को डेग्रेडेड के रूप में वर्गीकृत किया गया है। एक अनुमान के अनुसार यह दर 2050 तक 90 प्रतिशत तक बढ़ सकता है।

सटीक खाद प्रमुख खाद्यान्न फसलों के वार्षिक वैश्विक उत्पादन को 96 मिलियन टन तक बढ़ा सकती है।

बड़े पैमाने पर कृषि के लिए एक सटीक खाद रणनीति लागू करने से जलवायु परिवर्तन को कम करने में मदद मिल सकती है। PCS अध्ययन के हिस्से के रूप में दुनिया भर में कृषि क्षेत्र में कम्पोस्ट उपयोग के 2,000 से अधिक उदाहरणों का विश्लेषण किया गया।

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