कुशियारा जल बंटवारा सहित भारत-बांग्लादेश के बीच सात समझौतों पर हस्ताक्षर

बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना की भारत की राजकीय यात्रा के दूसरे दिन 6 सितंबर को दोनों पक्षों ने कई परियोजनाओं का अनावरण किया गया और दोनों देशों के बीच सात समझौता (seven agreements) ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। दोनों पक्षों ने रेलवे, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष सहयोग, मीडिया और जल साझाकरण को कवर करते हुए सात समझौतों पर हस्ताक्षर किए।

मैत्री सुपर थर्मल पावर प्लांट

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और प्रधान मंत्री शेख हसीना ने संयुक्त रूप से बांग्लादेश के खुलना जिले के रामपाल में 1320 मेगावाट (660×2 मेगावाट) मैत्री सुपर थर्मल पावर प्लांट (Maitree Super Thermal Power Plant) की पहली इकाई का उद्घाटन किया।

2 बिलियन डालर से निर्मित बिजली संयंत्र रियायती वित्त पोषण योजना (Concessional Financing Scheme) के तहत भारतीय विकास सहायता के रूप में 1.6 बिलियन अमरीकी डालर के साथ बनाया जा रहा है।

रूपशा रेल पुल

दोनों नेताओं ने भारत द्वारा प्रदान की गई रियायत लाइन ऑफ क्रेडिट (LOC) के तहत निर्मित 5.13 किलोमीटर लंबे रूपशा रेल पुल (Rupsha rail bridge) का भी उद्घाटन किया। यह पुल 64.7 किलोमीटर लंबे खुलना-मंगला बंदरगाह (Khulna-Mongla port) सिंगल ट्रैक ब्रॉड गेज रेल परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

एक बार पूरा हो जाने पर, यह रेल लाइन बांग्लादेश के दूसरे सबसे बड़े बंदरगाह मंगला पोर्ट की कनेक्टिविटी बढ़ाने में मदद करेगी और रेल और समुद्री व्यापार के लिए एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करेगी।

यह क्षेत्र के अन्य देशों को भी बंदरगाह का उपयोग करने और उप-क्षेत्रीय व्यापार को बढ़ावा देने की अनुमति देगा।

खुलना-दर्शना रेलवे लाइन

खुलना दर्शना रेलवे लाइन (Khulna Darshana railway line) लिंक परियोजना, जिसमें गेदे-दर्शना (Gede-Darshana) से खुलना तक वर्तमान सीमा पार रेल लिंक को जोड़ने वाले मौजूदा बुनियादी ढांचे का अपग्रडेशन शामिल है, की भी घोषणा की गई ।

यह दोनों देशों के बीच, विशेष रूप से ढाका के लिए, लेकिन भविष्य में मंगला पोर्ट के लिए भी रेल कनेक्शन को बढ़ाएगा।

पार्वतीपुर और कौनिया दोहरी गेज लाइन

पार्वतीपुर और कौनिया के बीच मौजूदा मीटर गेज लाइन को दोहरी गेज लाइन में बदलने के लिए एक अन्य रेलवे परियोजना की घोषणा की गई।

यह परियोजना बिरोल (बांग्लादेश)-राधिकापुर (पश्चिम बंगाल) में मौजूदा सीमा पार रेल से जुड़ेगी और द्विपक्षीय रेल संपर्क को बढ़ाएगी।

पार्बतीपुर ट्रांसमिशन लाइन

दोनों देश बिहार में कटिहार से असम के बोरनगर तक बांग्लादेश में पार्बतीपुर के माध्यम से प्रस्तावित उच्च क्षमता वाली 765 केवी ट्रांसमिशन लाइन को तेजी से लागू करने पर सहमत हुए।

कुशियारा नदी (river Kushiyara) के जल बंटवारा समझौता

दोनों पक्षों की बीच सबसे महत्वपूर्ण समझौता कुशियारा नदी (river Kushiyara) के जल बंटवारे को लेकर हुआ। दोनों पक्षों ने कुशियारा नदी-जल बंटवारे के समझौते पर हस्ताक्षर किये।

पिछले 28 वर्षों में पहली बार दोनों देशों ने किसी नदी जल समझौता पर हस्ताक्षर किये हैं। इससे पहले, 1996 में बांग्लादेश और भारत के बीच गंगा जल संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे।

कुशियारा नदी बांग्लादेश और असम, भारत में एक विभाजक नदी है। यह भारत-बांग्लादेश सीमा पर बराक नदी की एक शाखा के रूप में उत्पन्न होती है, जब बराक नदी कुशियारा और सूरमा नामक दो शाखाओं में विभाजित हो जाती है।

व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते

भारत और बांग्लादेश ने जल्द ही एक द्विपक्षीय व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (CEPA) पर बातचीत शुरू करने की भी घोषणा की है। बांग्लादेश के निर्यात के लिए भारत एशिया का सबसे बड़ा बाजार है।

error: Content is protected !!