केरल के दो शहरों निलंबूर और त्रिशूर को यूनेस्को ग्लोबल नेटवर्क ऑफ लर्निंग सिटीज में शामिल किया गया

केरल के दो शहरों निलंबूर ( Nilambur) और त्रिशूर (Thrissur) और तेलंगाना में वारंगल को यूनेस्को ग्लोबल नेटवर्क ऑफ लर्निंग सिटीज (UNESCO Global Network of Learning Cities: UNESCO GNLC) में शामिल किया गया है।

भारत के ये पहले शहर हैं जिन्हें इस नेटवर्क में शामिल किया गया है।

इस सूची में शामिल होने वाले वैश्विक शहरों में बीजिंग, शंघाई, हैम्बर्ग, एथेंस, इंचियोन, ब्रिस्टल और डबलिन जैसे कुछ सबसे विकसित शहर भी हैं।

निलंबूर

निलंबूर केरल का एक प्रमुख ईको-पर्यटन स्थल है।

यह मुख्य रूप से विभिन्न सामाजिक-आर्थिक पैटर्न और शहरी और ग्रामीण आबादी के मिश्रण द्वारा चिह्नित है।

अधिकांश आबादी कृषि और संबद्ध उद्योगों पर निर्भर है।

यह शहर मुख्य रूप से स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास के लिए जाना जाता है।

त्रिशूर

त्रिशूर केरल की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में जाना जाता है।

यह शहर कुछ प्रसिद्ध शैक्षणिक और शोध संस्थानों के लिए भी एक प्रमुख गंतव्य है।

यह आभूषण उद्योग के लिए भी जाना जाता है।

त्रिशूर भारत में चार प्रमुख निजी क्षेत्र के बैंकों का मुख्यालय है और यहां चिट फंड कंपनियों की बड़ी संख्या भी है।

यूनेस्को ग्लोबल नेटवर्क ऑफ लर्निंग सिटीज के सदस्य के रूप में, त्रिशूर का लक्ष्य शिक्षा के समान पहुंच से संबंधित मुद्दों पर समाधान और विचार प्रदान करना होगा।

यूनेस्को ग्लोबल नेटवर्क ऑफ लर्निंग सिटीज

यूनेस्को ग्लोबल नेटवर्क ऑफ लर्निंग सिटीज एक अंतरराष्ट्रीय नीति-उन्मुख नेटवर्क है जो वैश्विक मंच पर विचारों और नवाचारों को साझा करके अन्य शहरों के विकास और प्रगति का मार्ग प्रशस्त करता है।

सूची में शामिल शहर अन्य शहरों के साथ विकास के लिए विचारों और समाधानों के आदान-प्रदान से काफी लाभान्वित हो सकते हैं।

44 देशों के कुल 77 शहर यूनेस्को जीएलसी (UNESCO GNLC) में शामिल हुए हैं।

यह नेटवर्क सदस्य शहरों को एक-दूसरे से सीखने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए सूचना साझा करने के अभ्यास का समर्थन और सुधार करता है।

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