बहादुर कुत्ते ‘एक्सल’ को ‘मेंशन इन डिस्पैच’ से सम्मानित किया गया
कश्मीर घाटी में एक आतंकवाद-विरोधी अभियान में अपनी जान गंवाने वाले सेना के एक बहादुर कुत्ते (Indian Army Dog) ‘एक्सल’ (AXEL) को मरणोपरांत ‘मेंशन इन डिस्पैच’ (Mention in Dispatches) से सम्मानित किया गया है।
सेना के अधिकारियों के अनुसार बेल्जियम की मालिंस नस्ल से संबंधित एक्सल, सेना का पहला असॉल्ट कुत्ता है, जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा ऑपरेशन क्षेत्रों में विशिष्ट सेवा को मान्यता देने के लिए चीफ ऑफ़ सर्विसेज से सिफारिश मिलने के बाद ‘मेंशन इन डिस्पैच’ प्राप्त हुआ है।
सेना के अनुसार ‘एक्सल’ यह पुरस्कार भारत के राजपत्र में प्रकाशित किया जाएगा।
इससे पहले वर्ष 2016 में सेना के एक बहादुर कुत्ते मानसी का नाम डिस्पैच अवार्ड में दिया गया था। 30 जुलाई को ‘ऑपरेशन वानीगाम बाला’ (Op Wanigam Bala) के दौरान एक आतंकी को 7.62 एमएम की एके-47 राइफल पकड़े देखकर एक्सल ने कूदकर उस पर हमला कर दिया। आतंकवादियों ने इस बहादुर कुत्ते को गोली मार दी।
घायल होने के बावजूद, इसने फिर से हमला करने की कोशिश की, लेकिन अत्यधिक खून बहने के कारण नीचे गिर गया और कार्रवाई में मारा गया।
ऑपरेशन क्षेत्रों और वीरता के कार्यों में विशिष्ट और मेधावी सेवा को मान्यता देने के लिए, राष्ट्रपति ने ‘मेंशन इन डिस्पैच’ की एक प्रणाली की स्थापना को मंजूरी दी है।
किसी ऑपरेशन के दौरान उत्कृष्ट सेवा के लिए, जो वीरता पुरस्कार की श्रेणी में नहीं आ पाते, चीफ ऑफ़ स्टाफ ऑफ़ सर्विसेज द्वारा देश के रक्षा मंत्री को ‘मेंशन इन डिस्पैच’ सम्मान प्राप्त करने वालों की सूची भेजी जाती है।