पहली बार स्वदेशी होवित्जर तोप ATAG ने लाल किले से तिरंगे को दी सलामी

15 अगस्त, 2022 को लाल किले में स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान पहली बार स्वदेश में विकसित होवित्जर तोप, ATAG, 21 तोपों की सलामी का हिस्सा बनी।

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत इस तोप के लिए ‘एडवांस्ड टोड आर्टिलरी गन सिस्टम’ (ATAGS) विकसित की।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण के दौरान केंद्र की आत्मानिर्भर भारत पहल के बारे में बोलते हुए इस तोपका भी उल्लेख किया। ATAGS एक स्वदेशी 155 मिमी x 52 कैलिबर हॉवित्जर गन है जिसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित किया गया है।

DRDO की पुणे स्थित आयुध अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान (ARDE) इसकी नोडल एजेंसी है। ATAG परियोजना की शुरुआत DRDO ने वर्ष 2013 में की थी।

इस तोप का उद्देश्य भारतीय सेना में सेवारत पुरानी तोपों की जगह आधुनिक 155MM की तोप को शामिल करना था। 155 x 52 कैलिबर की इस ATAGS तोप की रेंज करीब 48 किलोमीटर है।

ATAGS एक विश्व स्तरीय गन प्रणाली है। लंबे समय तक रखरखाव मुक्त और विश्वसनीय ऑपरेशन सुनिश्चित करने के लिए ATAG को सभी इलेक्ट्रिक ड्राइव के साथ कॉन्फ़िगर किया गया है।

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