भारतीय वर्चुअल हर्बेरियम
भारतीय वर्चुअल हर्बेरियम (Indian Virtual Herbarium) देश में वनस्पतियों का सबसे बड़ा वर्चुअल डेटाबेस है। हर्बेरियम में संग्रह किये पादप प्रजाति के नमूने पौधों की वर्गीकरण, संरक्षण, पर्यावास हानि और यहां तक कि जलवायु परिवर्तन के प्रभाव की जानकारी के लिए महत्वपूर्ण उपकरण हैं।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में भारतीय वर्चुअल हर्बेरियम को एक उदाहरण के रूप में वर्णित किया है कि कैसे डिजिटल उपकरण हमें अपनी जड़ों से जुड़ने में मदद कर सकते हैं। 31 जुलाई, 2022 को अपनी ‘मन की बात’ श्रृंखला में, श्री मोदी ने इस अनोखे पहल के बारे में बात की, और कहा कि हर्बेरियम पौधों और पौधों के संरक्षित भागों का एक दिलचस्प संग्रह था।
भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण (BSI) के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित, हर्बेरियम का उद्घाटन केंद्रीय पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने 1 जुलाई को कोलकाता में किया था। तब से, पोर्टल ivh.bsi.gov.in पर 55 देशों से लगभग दो लाख लाख लोग विजिट कर चुके हैं ।
वैज्ञानिकों का कहना है कि देश में लगभग 30 लाख पौधों के नमूने हैं जो BSI के क्षेत्रीय हर्बल केंद्रों और पश्चिम बंगाल के हावड़ा में स्थित भारतीय वनस्पति उद्यान आचार्य जगदीश चंद्र बोस भारतीय वनस्पति उद्यान में पाए जाते हैं।
भारतीय वर्चुअल हर्बेरियम भी देश के वनस्पति इतिहास से गहराई से जुड़ा हुआ है।
यह पोर्टल भारत में वनस्पति विज्ञान के संस्थापक/जनक माने जाने वाले विलियम रॉक्सबर्ग, नथानिएल वालिच और जोसेफ डाल्टन हुकर जैसे वनस्पतिविदों के सबसे मूल्यवान ऐतिहासिक संग्रह प्रदान करता है।
डिजिटल हर्बेरियम में कुछ सबसे पुराने वानस्पतिक नमूने हैं जो 1696 की शुरुआत के हैं।
साइपरस प्रोसेरस को चेन्नई के पास 15 और 20 जून, 1696 के बीच एकत्र किया गया था।
सबसे पुराना नमूना लेपिडागाथिस स्कारियोसा 1817 में रॉबर्ट वाइट द्वारा एकत्र किया गया था।
भारतीय वर्चुअल हर्बेरियम में क्रिप्टोगैम पौधे भी शामिल हैं। क्रिप्टोगैम/cryptogam (वैज्ञानिक नाम क्रिप्टोगैमी) एक पौधा या पौधे जैसा जीव है जो बिना फूलों या बीजों के बीजाणुओं (spores) द्वारा प्रजनन करता है जैसे; फर्न, काई, शैवाल, या कवक (fern, moss, algae, or fungus)।
भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण (बीएसआई) के पास क्रिप्टोगैम के विभिन्न समूहों के लगभग 1600 प्रकार के नमूने हैं जिनमें शैवाल, ब्रायोफाइट्स, टेरिडोफाइट्स, लाइकेन और फंगी शामिल हैं।