मरीना तबस्सुम-लिस्बन ट्राइनेले लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड जीतने वाली पहली दक्षिण एशियाई

Bait Ur Rauf Masjid

प्रसिद्ध बांग्लादेशी वास्तुकार, शोधकर्ता और शिक्षिका मरीना तबस्सुम (Marina Tabassum) प्रतिष्ठित लिस्बन ट्राइनेले मिलेनियम बीसीपी लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड (Lisbon Triennale Millennium bcp Lifetime Achievement Award) जीतने वाली पहली दक्षिण एशियाई व्यक्ति बन गई हैं। उन्हें स्थानीय समुदायों के साथ काम का एक प्रेरक उदाहरण पेश करने के लिए सम्मानित किया गया, जो सबसे प्रतिकूल परिस्थितियों में भी दुनिया भर में सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।

मरीना तब्स्सुम की अनूठी वास्तुकला आध्यात्मिक मूल सिद्धांतों को छूती है। विशिष्ट सांस्कृतिक और भौगोलिक संदर्भ से प्रेरित, उनकी कृतियां समकालीन मुद्दों को संबोधित करती हैं।

उनका काम दिखाता है कि कैसे आर्किटेक्ट जलवायु संकट को चुनौती दे सकते हैं और प्रयोगात्मक, सम्मानजनक और प्रेरक तरीके से सामाजिक परिवर्तन ला सकते हैं।

मरीना तबस्सुम को उनके वास्तुशिल्प डिजाइनों के लिए जाना जाता है जो व्यावसायिकता से अलग है और पर्यावरण संबंधी चिंताओं को गहराई से जोड़ता है।

ढाका में बैत उर रौफ मस्जिद उनके कई प्रसिद्ध कार्यों में से एक है। उन्होंने कॉक्स बाजार के पास उखिया में रोहिंग्या शरणार्थी शिविरों में बांस के घर भी डिजाइन किए हैं, जो ‘कम प्रभाव वाले, मोबाइल आवास हैं जिन्हें सबसे कम लागत में निर्मित किये जा सकते हैं।

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