कंबाइंड मैरीटाइम फोर्सेज (CMF) के साथ भारत का सहयोग
हाल ही में, भारत ने औपचारिक रूप से बहरीन स्थित एक बहुपक्षीय साझेदारी मंच “संयुक्त समुद्री बल/कंबाइंड मैरीटाइम फोर्सेज (Combined Maritime Forces-CMF)” के साथ सहयोग शुरू किया है। अप्रैल 2022 में आयोजित भारत-यू.एस. 2+2 बैठक में भारत ने घोषणा की थी कि वह एक सहयोगी भागीदार के रूप में CMF में शामिल होगा, जिसके बारे में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तब कहा था कि यह पश्चिमी हिंद महासागर में क्षेत्रीय सुरक्षा में सहयोग को मजबूत करेगा।
कंबाइंड मैरीटाइम फोर्स (CMF) के बारे में
कंबाइंड मैरीटाइम फोर्सेज (CMF) लगभग 3.2 मिलियन वर्ग मील के अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए एक बहुराष्ट्रीय नौसैनिक साझेदारी है, जिसमें दुनिया के कुछ सबसे महत्वपूर्ण शिपिंग लेन शामिल हैं।
34-देशों के इस समूह की कमान अमेरिकी नौसेना के वाइस एडमिरल के पास है, जो कमांडर यूएस नेवल फोर्सेज CENTCOM और U.S. फिफ्थ फ्लीट के रूप में भी काम करता है। तीनों कमांड यू.एस. नेवल सपोर्ट एक्टिविटी बहरीन में सह-स्थित हैं।
CMF के 34 सदस्य देश हैं: ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, बेल्जियम, ब्राजील, कनाडा, डेनमार्क, मिस्र, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, इराक, इटली, जापान, जॉर्डन, कोरिया गणराज्य, कुवैत, मलेशिया, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, नॉर्वे, पाकिस्तान, फिलीपींस, पुर्तगाल, कतर, सऊदी अरब, सेशेल्स, सिंगापुर, स्पेन, थाईलैंड, तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यमन।
CMF के मुख्य फोकस क्षेत्रों में मादक द्रव्यों का मुकाबला करना, तस्करी का मुकाबला करना, समुद्री डकैती को रोकना, क्षेत्रीय सहयोग को प्रोत्साहित करना, और समग्र सुरक्षा और स्थिरता में सुधार के लिए प्रासंगिक क्षमताओं को मजबूत करने के लिए क्षेत्रीय और अन्य भागीदारों के साथ जुड़ना और अवैध गैर-कानूनी नॉन स्टेट एक्टर्स से मुक्त एक सुरक्षित समुद्री वातावरण को बढ़ावा देना है।
पाकिस्तान पहले से कंबाइंड मैरीटाइम फोर्सेज (CMF) का पूर्ण सदस्य है।
इसमें चार टास्क फोर्स शामिल हैं: CTF 150 (समुद्री सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी), CTF 151 (काउंटर पायरेसी), CTF 152 (अरब की खाड़ी सुरक्षा और सहयोग), CTF 153 (लाल सागर समुद्री सुरक्षा)।
CMF की वेबसाइट के अनुसार, यह एक लचीला संगठन है और सदस्य राजनीतिक या सैन्य मैंडेट से बंधे नहीं हैं।
CMF में शामिल होना भारत की व्यापक सैन्य कूटनीति के हिस्से के रूप में भारतीय नौसेना द्वारा बहुपक्षीय संगठनों से सहयोग की एक कड़ी है।
भारतीय नौसेना आवश्यकता पड़ने पर इसमें युद्धपोत का योगदान दे सकती है, हालांकि, अभी तक ऐसी कोई तैनाती नहीं की गयी है।
भारतीय नौसेना का एक संपर्क अधिकारी (Liaison Officer) बहरीन में यू.एस. सेंट्रल कमांड (CENTCOM) में तैनात है जो CMF के साथ सहयोग के लिए संपर्क अधिकारी के रूप में भी कार्य करेगा।